12 घंटे पहले
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- कार्य स्थल हो या घर-परिवार, हमारी सोच सकारात्मक रहेगी तो हर जगह सुख-शांति बनी रहती है
जो लोग धन होने के बाद भी जरूरतमंद लोगों की मदद नहीं करते हैं, उनके धन का कोई मूल्य नहीं है। जरूरतमंद लोगों की मदद करना भी भगवान की पूजा करने जैसा ही है। शास्त्रों में भी बताया गया है कि हर व्यक्ति को अपनी शक्ति के अनुसार दान जरूर करना चाहिए, इससे समाज का भला होता है।
यहां जानिए ऐसे ही कुछ और कोट्स…
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