फरीदाबाद8 घंटे पहले
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फरीदाबाद। डॉ. लाल पद्मभूषण तथर पद्म विभूषण से सम्मानित हैं।
कोरोना की दूसरी लहर दिल्ली, मुंबई के साथ ही देश के बड़े शहरों से निकल चुकी है। देशभर में लगातार मामले कम हो रहे हैं। अब बात की जा रही है तीसरी लहर के खतरे की। लेकिन संभावित तीसरी लहर से ज्यादा बड़ी चिंता है देश के ग्रामीण इलाकों में फैली महामारी। कोरोना की दूसरी लहर पर पूरी तरह से काबू पाना है। क्योंकि, कोरोना की दूसरी में लहर में प्रभावित लोगों में अभी भी पोस्ट कोविड लक्षण देखे जा रहे हैं। इसलिए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। यह बात पद्मभूषण, पद्म विभूषण व डॉ. बीसी रॉय पुरस्कार से सम्मानित डॉ. पुरुषोत्तम लाल ने कही। वे राष्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कोरोना वायरस असल में वैस्कुलर रोग है जो हमारी छोटी धमनियों को प्रभावित करता है एवं ब्लड क्लोट या खून के थक्के करता है उसके कारण हृदय से संबंधित रोग उत्पन्न हो रहे हैं। जो मरीज पहले ठीक थे कोविड-19 के बाद कई मरीजों में हृदय ब्लॉक की समस्या देखने में आई है। कई मरीज ऐसे भी आ रहे हैं जिनके फेफड़े बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के अलावा उनमें ब्लैक फंगस या यलो फंगस तथा एंजाइना भी हो रहा है।
डॉ. लाल ने बताया अभी 2 दिन पहले ऐसा मरीज आया जिसके फेफड़े बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं और जलो फंगस तथा हृदय रोग से ग्रस्त था। एंजियोग्राफी करने पर हृदय में कैलशिफाइड ब्लॉक एवं ब्लड क्लॉट्स हृदय की तीनों धमनियों में देखे गए। फेफड़ों के ठीक न होने से ऐसे मरीज में बाइपास सर्जरी संभव नहीं थी। इसलिए तीनों धमनियों को ड्रिलिंग से खोला गया और तीनों धमनियों में एक एक स्टंट लगाया गया। ऐसे में हम सबको यह बिल्कुल नहीं समझना चाहिए कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर खत्म हो गई है।
तीन माह तक मॉनिटरिंग जरूरी मेट्रो अस्पताल के चेयरमैन और पद्मभूषण, पद्म विभूषण व डॉ. बीसी रॉय से सम्मानित डॉ. लाल ने कहाकि कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं तो भी तीन माह तक लगातार मॉनिटरिंग करनी है। अस्पताल की ओपीडी में घबराहट के मरीज परामर्श के लिए पहुंच रहे हैं। मरीजों को दिल की मांसपेशियां कमजोर होने की बात बताई जा रही है। इसके साथ ही जो डायबिटीज के मरीज हैं।
उन्हें डायबिटीज कंट्रोल करनी है। खानपान पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी जा रही है। हृदय की मांसपेशियां कमजोर होने से घबराहट आदि की परेशानी हो रही है। कोरोना से स्वस्थ होने के बाद तीन माह तक लगातार मॉनिटरिंग करनी है। दिक्कत होने पर फौरन चिकित्सक से परामर्श करें। धीरे-धीरे चलें, घबराहट महसूस होने पर बैठ जाएं, पौष्टिक आहार लें, तला-भुना सेवन न करें, शिकंजी पिएं, तेज कदमों से न चलें।
तीसरी लहर को लेकर चेताया
डा. लाल ने देश में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए कहा कि हम अब तीसरी लहर और डेल्टा प्लस वैरिएंट के लिए तैयार हैं तो ऐसे में यह देखना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम क्या कर सकते हैं। हमें आगे बढ़ना होगा और ये देखना होगा कि हम कैसे अपने सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग को और मजबूत कर सकते हैं। इसके अलावा इस बात का भी जिक्र किया है कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए हमें बीते समय में मिले सबक से सीखना होगा।