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बागपत22 मिनट पहले
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उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में कोरोना संक्रमितों के साथ बेकदरी हो रही है। मामला सरूरपुरकलां स्थित कोविड-19 अस्पताल का है। यहां की सच्चाई उजागर करते हुए एक शख्स ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया। जिसमें एक अधेड़ शख्स बिना कमीज के बेड से नीचे फर्श पर बेसुध पड़ा था। जबकि एक बुजुर्ग भी फर्श पर पड़ी थी। उसके शरीर के निचले हिस्सा का कपड़ा खुला था।
इस लापरवाही और संवेदनहीनता के मामले ने तूल पकड़ा तो CMO ने बयान जारी करते हुए अस्पताल के स्टाफ को क्लीनचिट दे दी। लेकिन जब DM राजकमल यादव के संज्ञान में वीडियो आया तो ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग स्टॉफ सस्पेंड करने के आदेश CMO को दिए।
इसके साथ शिफ्ट इंचार्ज मेडिकल अफसर के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से सिफारिश की है। ADM बागपत की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम जांच के लिए बनाई है। जिनसे तीन दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की गई है।
वीडियो बनाने वाले शख्स का दावा
दरअसल, बुधवार की शाम शशांक त्यागी नाम के एक युवक ने अस्पताल के भीतर का वीडियो बनाया। जिसमें एक बेड के नीचे जमीन पर एक महिला और एक पुरुष मरीज पड़े हुए हैं। इन मरीजों को ऑक्सीजन लगी हुई है। शशांक ने दावा कि सिर्फ ऑक्सीजन सिर्फ दिखावे के लिए लगी है। रात से बंद कर दी गई है। उसने एक महिला मरीज की मौत होने की भी सूचना दी। शशांक ने कहा कि कई बार कहने के बाद भी मरीजों को बेड पर नहीं किया गया है। यहां कोई भी इलाज करने के लिए मौजूद नहीं है।
CMO ने जारी किया था ये बयान
मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके टंडन ने बताया कि सरूरपुरकलां L-2 कोविड अस्पताल का एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए इसकी जांच की गई। अस्पताल के प्रभारी द्वारा बताया गया कि वार्ड में एक महिला की मौत हो गई थी। उसी समय वार्ड में कार्यरत स्टॉफ अकेली थी और रोगी को संभाल नहीं पा रही थी। महिला स्टॉफ दूसरे स्टॉफ को बुलाने के लिए नीचे आई, उसी दौरान ये वीडियो बनाया गया। अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं है न ही अन्य किसी औषधि की कमी है। पूरा स्टॉफ मन से काम कर रहा है।
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