[ad_1]
Hindi NewsInternationalConspiracy Of Violence Before Biden’s Swearing, 11 Bombs Were Seized From A Truck On 6 January
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
वॉशिंगटन9 दिन पहले
कॉपी लिंक
अमेरिकी संसद में गुरुवार को ट्रम्प समर्थक दंगाइयों ने काफी हिंसा की थी। संसद के अंदर और बाहर एक महिला और एक पुलिस अफसर समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी। (फाइल)
अमेरिका में प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन के 20 जनवरी को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से पहले हिंसा हो सकती है। गुरुवार को संसद में राष्ट्रपति ट्रम्प के समर्थकों ने घुसकर तोड़फोड़ की थी। इस दौरान संसद के अंदर और बाहर हुई हिंसा में एक पुलिस अफसर समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी। अब इस मामले में नया खुलासा हुआ है। CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को संसद भवन यानी कैपिटल हिल से कुछ दूरी (दो ब्लॉक छोड़कर) एक ट्रक खड़ा था। इसकी तलाशी के दौरान 11 देसी बम और कुछ हथियार बरामद किए गए थे।
अल्बामा का रहने वाला है आरोपीCNN की रिपोर्ट के मुताबिक, यह एक छोटा पिकअप ट्रक था। इसका मालिक अल्बामा का रहने वाला है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। ट्रक से 11 होममेड यानी देसी बम, एक असॉल्ट रायफल और एक हैंडगन जब्त की गई। ऐसे में पुलिस की भूमिका पर सवाल सबसे ज्यादा उठ रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी इस व्यक्ति के निशाने पर थीं। कहा जा रहा है कि यह हथियार ट्रम्प समर्थक दंगाइयों तक पहुंचाए जाने थे और ट्रक को इसीलिए कैपिटल हिल के पास पार्क किया गया था। इस मामले में जांच अब भी जारी है।
13 और लोगों के खिलाफ केस दर्जगुरुवार को हुई हिंसा के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसियों ने 13 और दंगाइयों की पहचान की। इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिए गए हैं। इनमें वेस्ट वर्जीनिया के एक अफसर भी शामिल है। उस शख्स की भी पहचान हो गई है जो नैंसी पेलोसी के ऑफिस में कुर्सी पर बैठ गया था। बताया जाता है कि ट्रम्प के कुछ समर्थक गुरुवार को केन्स में पेट्रोल लाए थे। उनका इरादा कुछ जगहों पर आग लगाना हो सकता है।
खतरा टला नहींअमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों को लगता है कि बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह यानी इनॉगरेशन सेरेमनी के वक्त भी अमेरिका में हिंसा फैल सकती है। वॉशिंगटन, जॉर्जिया, कन्सास, ओहियो, मिशिगन, कैलिफोर्निया, कोलोराडो, उटाह, न्यू मैक्सिको, व्योमिंग और टेक्सास जैसे राज्यों में निगरानी बढ़ा दी गई है।
[ad_2]