May 14, 2024 : 5:31 PM
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11 में से 8 मैच हारने के बाद धोनी बोले- किस्मत साथ नहीं थी, तीन मैच अगले साल की तैयारी के लिए

दुबई8 घंटे पहले

चेन्नई को आईपीएल-13 में 8 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। धोनी ने कहा- यूएई में चेन्नई के परेशानी के 100 कारण हो सकते हैं।

आईपीएल-13 में शुक्रवार रात को एक मैच में मुंबई इंडियंस ने पिछले बार की विजेता चेन्नई सुपर किंग्स को 10 विकेट से हरा दिया। 11 मैचों में चेन्नई की यह आठवीं हार है। इस हार के साथ चेन्नई की प्लेऑफ में जाने की उम्मीदें भी खत्म हो गई हैं। मैच के बाद सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा- धोनी ने कहा- जब सभी चीजें गलत या आपके खिलाफ होती हैं तो दुख होता है। यह साल हमारे लिए अच्छा नहीं रहा। एक दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन, जब टीम 8 या 10 विकेट्स से हारती तो इन बातों का कोई मतलब नहीं रह जाता। टीम और व्यक्तिगत तौर पर खिलाड़ी भी इस प्रदर्शन से निराश हैं। उम्मीद है बाकी तीन मैचों में हम खुद को बेहतर साबित कर सकेंगे।

चेन्नई को खिलाड़ियों की चोट से जूझना पड़ा

चेन्नई ने इस सीजन का आगाजा मुंबई को 5 विकेट से हराकर किया था। लेकिन, बाद में टीम हारती चली गई। खिलाड़ियों की चोट से भी जूझना पड़ा। अंबाती रायडू चोटिल हो गए। उन्होंने पहले मैच में मुंबई के खिलाफ 48 गेंद पर 71 रन बनाए थे। दो मैचों के बाद रायडू ने वापसी की। लेकिन, पहले मैच की तरह बल्लेबाजी नहीं कर सके। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ महत्वपूर्ण मैच में ड्वेन ब्रावो चोट के कारण बॉलिंग नहीं कर सके। बाद में बाकी मैचों से हट गए।

बदलाव भी नहीं आया काम

मुंबई के खिलाफ मैच में इमरान ताहिर को सीजन का पहला मैच खेलने का मौका मिला। रितुराज गायकवाड़ और एन जगदीशन को भी मौका मिला। ये दोनों ही बल्लेबाज भी शून्य पर आउट हो गए। टॉप ऑर्डर के बैट्समैन जसप्रीत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट की गेंदबाजी के सामने कुछ नहीं कर सके। ताहिर को भी कोई विकेट नहीं मिला।

किस्मत ने भी साथ नहीं दियाधोनी ने कहा – यह पता लगाना होगा कि चीजें बार-बार गलत क्यों हो रही हैं। राजस्थान के खिलाफ दूसरे मैच में अच्छी गेंदबाजी जरूरी थी। रायडू शुरुआत में चोटिल हो गए। उनकी जगह नए बल्लेबाजों काे मौका मिला। लेकिन, वे भी उम्मीदों के मुताबिक नतीजे नहीं दे सके। क्रिकेट में जब आप बुरे दौर से गुजर रहे हो तो किस्मत का भी साथ जरूरी होता है। जिस मैच में बल्लेबाजी करना चाहते थे, उसमें हम टॉस नहीं जीते। जब दूसरी बैटिंग की तो इसका फायदा इसलिए नहीं मिला क्योंकि विकेट स्लो हो चुका और मैदान पर ओस ज्यादा थी। स्ट्रोक्स बाउंड्री तक नहीं पहुंच रहे थे।

यूएई में परेशानी की सैकड़ों वजह

धोनी ने कहा – यूएई में टीम को दिक्कत के 100 कारण हो सकते हैं। लेकिन, जरूरी यह है कि आप खुद से यह सवाल करें कि क्या हम अपनी काबिलियत के हिसाब से खेले।

अगले सीजन पर धोनी ने क्या कहा

अब अगले सीजन पर फोकस धोनी की नजर अब अगले सीजन पर है। उन्होंने कहा- अगले सीजन के बारे में नजरिया साफ होना चाहिए। कई किंतु-परंतु हो सकते हैं। मसलन, अगले साल हमें ऑक्शन कैसा करना चाहिए। मैच कहां होंगे। उन प्लेयर्स के लिए भी मौका होगा जिन्हें अब तक प्लेइंग 11 में ज्यादा मौके नहीं मिले। उन्हें ज्यादा मौके देने होंगे, ताकि वे टैलेंट साबित कर सकें। न्यूजीलैंड के लेफ्टआर्म स्पिनर मिशेल सेंटनर, लोकल बॉलर केएम आसिफ और आर. साई किशोर ऐसे नाम हैं, जिन्हें बाकी तीन मैचों में मौका मिल सकता है। धोनी ने कहा- अगले तीन मैच इन प्लेयर्स के लिए बड़े मौके की तरह हैं। हमें इनका ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना होगा। क्योंकि, पहले कभी ऐसे हालात नहीं बने थे।

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