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- Police Commemoration Day 2020; Madhya Pradesh Governor Anandiben Patel Pays Tribute To Seven Martyred Soldiers
भोपाल3 घंटे पहले
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शहीद स्मारक पर पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पुलिस शहीद के परिजनों से मिलीं।
- इन सात जवानों उपनिरीक्षक स्वर्गीय शेर सिंह डोरिया, मायाराम खरारी, आरक्षक जितेंद्र गुर्जर, दिलीप, सत्येंद्र सिंह यादव और प्रबल प्रताप सिंह ने दी शहादत
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि समाज में शांति सद्भाव और भाईचारे के वातावरण को मजबूत रखने से ही विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस असामाजिक तत्व एवं राष्ट्रद्रोही ताकतों का पूरी कठोरता के साथ दमन करें। यह भी सुनिश्चित करें कि आमजन स्वयं को सुरक्षित महसूस करें। कभी किसी निर्दोष के साथ अन्याय नहीं हो। उन्होंने देश और प्रदेश के सभी शहीद पुलिस अधिकारियों और जवानों को श्रद्धांजलि दी। शहीदों के परिजनों को भरोसा दिलाया कि उनके साथ मध्यप्रदेश सरकार पुलिस प्रशासन और संपूर्ण प्रशासन है।
इस मौके पर भोपाल के लाल परेड मैदान में कर्तव्य निर्वहन के दौरान राष्ट्र के लिए शहीद हुए पुलिस अधिकारियों और जवानों की याद में शोक परेड के साथ श्रद्धांजलि दी गई। पुलिस शहीदों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखा गया और सलामी दी गई। इसके बाद राज्यपाल शहीद के परिवारों से मिलीं।
राज्यपाल पटेल ने पुलिस बल का आव्हान किया कि ‘अपने अमर शहीद साथियों की शहादत से प्रेरणा लेकर अपने कर्तव्यों का पालन करें। पुलिस समाज का अभिन्न अंग है। उसकी सक्रिय भागीदारी के साथ ही विकास की सोच फलीभूत हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस की उपलब्धियां सराहनीय है। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को सुदृढ़ बनाए रखने के लिये सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों को और बेहतरी के साथ जारी रखना होगा। यह गर्व की बात है कि मध्यप्रदेश पुलिस की गणना देश के श्रेष्ठ बलों में की जाती है, जो पहचान पुलिस के जांबाज जवानों ने स्थापित की है। उसे और अधिक निखारने की दिशा में सदैव तत्पर रहें।’
पुलिस बल को सम्मानित भी किया गया।
7 जवानों ने देश के लिए शहादत दी
इस साल मध्य प्रदेश पुलिस के 7 जवानों ने देश के लिए अपनी शहादत दी है। शहीदों में उपनिरीक्षक स्वर्गीय शेर सिंह डोरिया, मायाराम खरारी, आरक्षक जितेंद्र गुर्जर, दिलीप, सत्येंद्र सिंह यादव और प्रबल प्रताप सिंह शामिल हैं। इस दौरान शहीदों के परिवार भी समारोह में शामिल हुए। राज्यपाल उनसे मिलीं और उन्हें ढाढ़स बंधाया। इसके अलावा कोरोना काल में नागरिकों की रक्षा करते हुए संक्रमित होने के कारण जिन पुलिस कर्मियों का निधन हुआ, उनको भी सम्मानित किया गया।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सलामी ली।
गृहमंत्री ने कहा- शहीद परिवारों को हर संभव मदद देंगे
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सबसे ऊपर देश की सेवा होती है, आज हम शहीद पुलिस जवानों को नमन करते हैं। जिन्होंने देश की रक्षा में अपनी शहादत दी। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश सरकार शहीद परिवारों के साथ है, और शहीदों के परिवारों को हर प्रकार से मदद की जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान 2 पुलिसकर्मी बेहोश
लाल परेड मैदान में परेड के दौरान 2 पुलिस के जवान अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। जिसके बाद महिला पुलिस कर्मी और पुलिस आरक्षक को स्ट्रेचर से अस्पताल पहुंचाया गया।
इसलिए मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस?
लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में 16 हजार फिट की ऊंचाई पर 21 अक्टूबर 1959 को सीआरपीएफ के जवानों की टुकड़ी सब इंस्पेक्टर करम सिंह के नेतृत्व में गश्त कर रही थी। तभी चीनी सेना के साथ मुठभेड़ में 10 जवान शहीद हो गए थे। उन्हीं की स्मृति में 21 अक्टूबर को नेशनल पुलिस डे या पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। दस पुलिस कर्मियों का शव चीनी सैनिकों ने लौटा दिया। उन पुलिसकर्मियों का अंतिम संस्कार हॉट स्प्रिंग्स में पूरे पुलिस सम्मान के साथ हुआ।