May 3, 2024 : 3:41 AM
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बल्लभगढ़ देश के सबसे प्रदूषित शहरों में, मंत्री से लेकर संतरी तक मैदान में, पेड़ों पर पानी का छिड़काव शुरू

फरीदाबाद8 घंटे पहले

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फाइल फोटो

  • ईपीसीए के चेयरमैन भूरेलाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों के साथ की समीक्षा

बल्लभगढ़ रविवार को जब सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल हुआ तो प्रशासन नींद से जागा। सोमवार को मंत्री से लेकर संतरी तक मैदान में उतर पड़े और फायर बिग्रेड की गाड़ी मंगाकर पेड़ों पर पानी का छिड़काव कराना शुरू कर दिया। हालांकि सोमवार को प्रदूषण के स्तर में मामूली गिरावट दर्ज की गई लेकिन अभी भी स्तर खतरनाक बना हुआ है।

ग्रेडेड रिस्पांस एक्सन प्लान (ग्रेप) के लागू होने के बाद भी प्रदूषण के स्तर में कमी नहीं हो रही। अभी भी चोरी छिपे कूड़ा जलाया जा रहा हैं। सड़कों पर जमी धूल की सफाई भी दिखावे के तौर पर की जा रही है। वहीं दूसरी ओर सोमवार काे पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) के चेयरमैन भूरेलाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी प्रमुख विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर बढ़ते प्रदूषण को लेकर नाराजगी जताई।

उन्होंने फरीदाबाद प्रशासन को 15 दिन का समय देते हुए विभिन्न स्थानों पर कूड़े जलाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने और सड़कों पर जमी धूल की सफाई करने का आदेश दिया।बल्लभगढ़ शहर की रविवार को हुई बदनामी के बाद स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने पंचायत भवन में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर प्रदूषण रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए।

मंत्री के आदेश के बाद एसडीएम अपराजिता ने फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी को पंचायत भवन बुलाया और पेड़ों पर पानी का छिड़काव शुरू कराया। परिवहन मंत्री ने कहा कि बल्लभगढ़ शहर से सटे औद्योगिक क्षेत्र और ट्रांसपोर्ट नगर के अलावा नेशनल हाईवे पर चल रहे कार्यों के चलते प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है।

शहर में जितने भी कंट्रक्शन के कार्य चालू हैं वे बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए सरकार के निर्देशों का पालन करें। खुले में कंट्रक्शन का सामान लाने ले जाने के समय गाड़ियों को ढककर ले जाएं ताकि मिट्टी न उड़े। इस दौरान तहसीलदार सुशील कुमार, नायब तहसीलदार कन्हैया लाल आदि मौजूूद रहे।

ईपीसीए के चेयरमैन ने 15 दिन का दिया अल्टीमेटम

वायु गुणवत्ता सूचकांक पहुंच गया था 330: रविवार को अवकाश का दिन होने के बाद भी सड़कों पर सामान्य दिनों की अपेक्षा वाहनों की संख्या कम थी। इसके बाद भी बल्लभगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 330 तक पहुंच गया था।

इसके चलते देशभर के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में बल्लभगढ़ शामिल था। जबकि फरीदाबाद का स्तर 277 और पलवल का 210 दर्ज किया गया था। सोमवार को भी बल्लभगढ़ की वायु गुणवत्ता सूचकांक शाम पांच बजे तक 303 तक पहुंच गया। जबकि फरीदाबाद 254 और पलवल 155 दर्ज किया गया।

ईपीसीए के चेयरमैन भूरेलाल ने सोमवार को जिला प्रशासन के अफसरों और हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ शहर के हालात के बारे में चर्चा की। उन्होंने प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताई।

क्योंकि बाईपास रोड पर बने कूड़ा घर में आग से जलाने की घटना कम नहीं हो रही। यही हाल पाली रोड पर कूड़ा कंस्ट्रक्शन वेस्ट पर कोई काम नहीं किया गया। समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए सभी साइटों जहां पर भी कूड़ा जल रहा है अथवा कंस्ट्रक्शन वेस्ट निकल रहा है उस पर प्रभावी रोक लगाने का आदेश दिया। 15 दिन बाद फिर समीक्षा की जाएगी।

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