नारायणगढ़2 घंटे पहले
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नारायणगढ़. वारदात के बाद अस्पताल में पड़ा शव व इलाज करते डाॅक्टर।
- बड़ा गांव में छाेटी-सी बात पर राजपूतों के दो कुनबों में बड़ा घमासान
- तलवारें लगने से दो चचेरे भाई जख्मी, 8 लोगों पर हत्या व हत्या के प्रयास का केस दर्ज
बड़ागांव के हेम सिंह ने अपनी गाय गांव के ही परमाल सिंह को नहीं बेची। इसी सौदेबाजी में विवाद इतना बढ़ा कि परमाल ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर हेम सिंह के परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया। चाकुओं और तलवारों से किए गए इस हमले में 50 वर्षीय हेम सिंह की मौत हो गई, जबकि उनका बेटा रोहित व भतीजा रविंद्र उर्फ टीटू गंभीर रूप से घायल हो गए है।
डॉक्टरों ने रविंद्र को अम्बाला और रोहित को चंडीगढ़ के सेक्टर 32 में रेफर किया है। नारायणगढ़ पुलिस ने बताया कि रविंद्र के बयान पर 8 लोगों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, मारपीट व जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में केस दर्ज किया। 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों पक्ष राजपूत बिरादरी के हैं। रविंद्र टीटू ने पुलिस को बताया कि गांव के चौहल सिंह का पुत्र परमाल सिंह सोमवार दोपहर करीब 2 बजे उनके चाचा हेम सिंह की गाय खरीदने उनके घर गया था। सौदेबाजी हुई तो रविंद्र ने परमाल को कह दिया कि यह गाय खरीदना तेरे बस की बात नहीं। यह सुनते ही परमाल गुस्से में आ गया। कुछ देर बहस हुई इसके बाद वह हेम सिंह के घर से चल गया।
रविंद्र का दिया हुआ ताना वह बर्दाश्त नहीं कर सका। कुछ देर बाद हेम सिंह बेटों रोहित व अंकुश, रविंद्र के साथ सड़क पर धान सुखाने लग गए। इसी बीच परमाल, हैप्पी, मोनू, रणदीप, रणजोर, नरपत, चौहल सिंह व हुसन पाल तलवारें, चाकू व डंडे लेकर आ धमके और चारों पर हमला कर दिया।
इसी दौरान हेम सिंह के सीने में चाकू घोंप दिया। जिससे वह जमीन पर गिर गए। हमलावरों ने रोहित की पीठ में चाकू घोंप दिया जबकि रविंद्र के पेट, छाती व बाजू में तीन जगह वार किए हैं। रविंद्र ने एफआईआर में लिखवाया है कि आरोपियों ने तीन बार हमला किया। जिन लोगों पर केस दर्ज हुआ है उनमें मोनू, उसके पिता नरपत, परमाल, उसका भाई विशपाल उर्फ हैप्पी, उसका पिता चौहल सिंह, इंद्र सिंह के बेटों रणजोर व हुसनपाल और रणदीप शामिल हैं। जांच अधिकारी गुरमेल सिंह ने बताया कि चौहल, रणजोर, मोनू, रणदीप व नरपत को गिरफ्तार कर लिया है।
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