मंडीबामोरा2 घंटे पहले
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मंडीबामोरा से 12 किमी दूर स्थित सनाई गांव में मूलभूत सुविधाओं नहीं होने से यहां के रहवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पहुंच मार्ग नहीं होने के कारण गांव के लोगों को कीचड़ भरे कच्चे रास्ते से होकर आना-जाना पड़ता हैं। यह गांव सागर और विदिशा जिले के कोने पर स्थित होने के कारण सबसे पिछड़े वर्गों में गिना जाता है। यहां के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि है। इसके अलावा गांव में कोई और रोजगार के साधन उपलब्ध नहीं होने के कारण यहां के युवा पलायन कर रहे हैं।
वर्ष 1964 में इस गांव में पुलिस चौकी थी और हाट बाजार भी लगता था लेकिन वर्ष 1965 में पुलिस चौकी की स्थापना मंडीबामोरा में कर दी गई और वहां का हाट बाजार भी बंद हो गया। यहां के जैन और अग्रवाल समाज के लोग धीरे-धीरे आकर मंडीबामोरा में अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान स्थापित करने लगे। गांव में जैन समाज का भव्य मंदिर भी है। गांव के अरविंद कुमार जैन एवं मनोज कुमार जैन ने बताया कि गांव में जैन समाज के केवल गिनती के दो या तीन ही घर बचे हैं। सभी लोग अन्य जगहों पर जाकर बस गए हैं।
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