May 16, 2024 : 8:12 PM
Breaking News
अन्तर्राष्ट्रीय

भारत-चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक में 5 पॉइंट पर सहमति; बातचीत जारी रखते हुए सैनिक हटेंगे, माहौल बिगाड़ने वाली कार्रवाई नहीं होगी

मॉस्को2 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

विदेश मंत्री एस जयशंकर (बाएं) शंघाई सहयोग संगठन की मीटिंग में हिस्सा लेने मॉस्को गए हैं। गुरुवार को वहीं पर चीन के विदेश मंत्री वांग यी से सीमा विवाद पर चर्चा हुई। (फाइल फोटो)

  • चीन ने 29-30 अगस्त की रात पूर्वी लद्दाख में पहाड़ी पर कब्जे की कोशिश की थी, सेना ने नाकाम कर दी
  • बातचीत के बावजूद चीन उकसावे की कार्रवाई करता रहा, 4 दिन में 2 बार घुसपैठ की कोशिश की थी

लद्दाख में ताजा तनाव के बीच भारत-चीन विवाद सुलझाने के लिए 5 पॉइंट के प्लान पर सहमति बनी है। विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी की गुरुवार शाम मॉस्को में बातचीत हुई। दोनों शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की मीटिंग में हिस्सा लेने मॉस्को गए हैं। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार सुबह बयान जारी कर विदेश मंत्रियों की बातचीत की डिटेल दी।

इन 5 पॉइंट पर सहमति बनी
1.
बॉर्डर के इलाकों में मौजूदा स्थिति किसी के हित में नहीं है। दोनों देशों के जवानों को बातचीत जारी रखते हुए तेजी से डिसएंगेजमेंट (विवादित इलाकों से सैनिक हटाने का काम) करना चाहिए। एक-दूसरे से तय दूरी रखते हुए तनाव कम करना चाहिए।
2. रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देशों के नेताओं के बीच पहले जो एकराय (कन्सेन्सस) बनी थी, उससे गाइडेंस लेना चाहिए। मतभेदों की वजह से तनाव नहीं होना चाहिए।
3. दोनों देशों को सीमा से जुड़े मामलों में सभी मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल को मानना चाहिए। बॉर्डर के इलाकों में शांति रखते हुए ऐसी कार्रवाई से बचना चाहिए, जिससे माहौल बिगड़ने की आशंका हो।
4. बॉर्डर पर स्थिति सुधरते ही दोनों देशों को तेजी से काम करना चाहिए, ताकि शांति बनाए रखने और आपसी भरोसा बढ़ाने के लिए नए उपाय पूरे किए जा सकें।
5. स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव (SR) मैकेनिज्म के जरिए बातचीत होती रहेगी। वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड को-ऑर्डिनेशन (WMCC) की बैठकें भी जारी रहेंगी।

चीन ने 4 दिन में 2 बार घुसपैठ की कोशिश की थी
भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वैसे तो मई से ही तनाव बना हुआ है, लेकिन 29-30 अगस्त की रात चीन की घुसपैठ की कोशिश से माहौल और बिगड़ गया। चीन के सैनिकों ने पैंगॉन्ग झील के दक्षिणी छोर की पहाड़ी पर कब्जा करने की कोशिश की थी, जिसे भारतीय जवानों ने नाकाम कर दिया। इसके बाद दोनों देशों के आर्मी अफसरों के बीच बातचीत का दौर चला, लेकिन इसी बीच चीन ने 4 दिन में दूसरी बार घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन हर बार नाकाम रहा।

चीन ने गलती मानने की बजाय भारत पर आरोप लगाए, सेना ने खारिज किए
इससे पहले 15 जून को गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन के भी 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए, लेकिन उसने कबूला नहीं। अगस्त की ताजा घटना पर चीन ने उल्टा भारत को दोष देते हुए आरोप लगाया कि भारतीय जवानों ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पार की और फायरिंग की। भारतीय सेना ने इसके जवाब में कहा, “ना तो हमने सीमा पार की और ना ही गोलियां चलाईं।”

ये खबरें भी पढ़ सकते हैं…

1. पैंगॉन्ग में बढ़ते तनाव के बीच गलवान का नया वीडियो सामने आया, 3 मिनट 25 सेकंड के वीडियो में भारत के जवानों से हाथापाई करते दिखे चीनी सैनिक

2. भारत-चीन सीमा पर 45 साल बाद गोली चली:रॉड, भाले और धारदार हथियार भी लेकर आ रहे थे चीनी सैनिक, भारतीय सेना ने अपनी पोस्ट की ओर बढ़ने से रोका तो उन्होंने फायरिंग की

3. भारत मदद कर रहा, चीन घुसपैठ:सेना ने 5 दिन में दूसरी बार चीन की मदद की, एलएसी के पास रास्ता भटके 13 याक और 4 बछड़ों को चीनी सेना को सौंपा

0

Related posts

पुतिन 2036 तक राष्ट्रपति बने रह सकते हैं: रूस के राष्ट्रपति ने 6-6 साल के दो टर्म बढ़ाने संबंधी कानून पर साइन किए; 2024 में खत्म हो रहा कार्यकाल

Admin

74 साल के ट्रम्प के लिए संक्रमण से उबरने के बाद भी कैम्पेन में हिस्सा लेना आसान नहीं होगा; जरूरत पड़ने पर वाइस प्रेसिडेंट माइक पेन्स संभालेंगे कामकाज

News Blast

शिकागो में सड़क पर उतरे हजारों लोग, शॉपिंग मॉल में लूटपाट-तोड़फोड़ और आगजनी; पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच फायरिंग, 100 से ज्यादा लोग गिरफ्तार

News Blast

टिप्पणी दें