April 26, 2024 : 6:49 PM
Breaking News
लाइफस्टाइल

सिकंदर के गुरु थे अरस्तु, वे कहते थे जो व्यक्ति सभी का मित्र होता है, ध्यान रखें वह किसी का भी मित्र नहीं होता है, व्यक्ति जिससे डरता है, उससे कभी प्रेम नहीं करता

7 दिन पहले

  • कॉपी लिंक
  • यूनान के महान दार्शनिकों में से माने जाते हैं अरस्तु, इनके विचारों को जीवन में उतारने से दूर हो सकती हैं कई समस्याएं

दुनिया में सबसे महान सम्राटों में से एक सिकंदर के गुरु अरस्तु थे। अरस्तु का जन्म यूनान में करीब 384 ईसा पूर्व हुआ था। अरस्तु ने प्लेटो से शिक्षा ग्रहण की थी। अरस्तु दुनिया के महान दार्शनिकों में से एक माने जाते हैं। इनके विचारों को जीवन में उतारने से शिक्षाएं जीवन में सुख, शांति और सफलता मिल सकती है। उस समय मकदूनिया के राजा फिलिप के पुत्र एलेक्सजैंडर को पढ़ाने के जिम्मेदारी अरस्तु को दी गई थी। राजा फिलिप और एलेक्सजैंडर दोनों ही अरस्तु का बहुत सम्मान करते थे। एलेक्जैंडर को ही भारत में सम्राट सिकंदर के नाम से जाना जाता है।

अरस्तु आध्यात्म के साथ ही भौतिकी, संगीत, राजनीति शास्त्र, नीतिशास्त्र विषयों के भी जानकार थे। वे रोज प्रवचन देते थे और उनके उपदेश सुनने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते थे। मकदूनिया के सम्राट सिकंदर की मृत्यु के कुछ समय बाद 322 ईसा पूर्व अरस्तु की भी मृत्यु हो गई थी। जानिए अरस्तु के कुछ खास विचार जो जीवन में सुख और शांति बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं…

0

Related posts

चीन में आर्थराइटिस की दवा से कोरोना के 95 गंभीर मरीजों को ठीक करने का दावा, इसे ‘जादुई दवा’ का नाम दिया गया

News Blast

अगर हम शांत रहेंगे तो झगड़े होंगे ही नहीं, क्योंकि क्रोध की वजह से ही वाद-विवाद शुरू होता है

News Blast

नवरात्रि में रोज सुबह ध्यान करने से होता है मन शांत और क्रोध होता है नियंत्रित, देवी के मंत्रों का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए

News Blast

टिप्पणी दें