May 3, 2024 : 9:57 AM
Breaking News
लाइफस्टाइल

महिला ने जिस दांत के दर्द को नजरअंदाज किया उसका संक्रमण बढ़कर मस्तिष्क तक पहुंचा, चलना-फिरना मुश्किल हुआ और मेमोरी घटी

  • Hindi News
  • Happylife
  • Woman Suffering From Toothache Spends 5 Months In Hospital After It Developed Into A Brain Infection

एक दिन पहले

  • कॉपी लिंक
  • ब्रिटेन का मामला, मार्च में दांतों में बैक्टीरिया के संक्रमण इलाज हुआ, इसके बाद ही शरीर में बदलाव दिखने शुरू हुए
  • बैक्टीरिया का संक्रमण दिमाग तक पहुंचा और हार्ट-लिवर में भी उसका असर दिखा, 5 महीने अस्पताल में बीते​​​​​
Advertisement
Advertisement

दांत में दर्द हो रहा है तो उसे नजरअंदाज न करें। यह संक्रमण हो सकता है जो बढ़कर दिमाग तक पहुंच सकता है। ब्रिटेन में एक ऐसा ही मामला सामने आया है।

35 साल की रेबेका डॉल्टन को चलने में तकलीफ हुई और धीरे-धीरे मेमोरी घटने के बाद हॉस्पिटल लाया गया। जांच करने पर मस्तिष्क में बैक्टीरिया का संक्रमण देखा गया। डॉक्टर्स ने भी उसके बचने की उम्मीद छोड़ दी थी। रेबेका को लगातार हॉस्पिटल में 5 महीने बिताने पड़े। डिस्चार्ज होने पर उन्होंने कहा, मुझे नया नजरिया मिला है, ये सीख बताती है कि आप कुछ भी हल्के में नहीं ले सकते।

दांत के इलाज के बाद चलने-फिरने में दिक्कत हुई और मेमोरी घटी
रेबेका का इलाज करने वाले डॉक्टर के मुताबिक, दिसम्बर 2019 में उसके दांतों में बैक्टीरिया का संक्रमण हुआ था। जिसे उन्होंने कई बार नजरअंदाज किया। यही बैक्टीरिया दांतों से दिमाग तक पहुंचा। मार्च में दांतों की समस्या का इलाज कर दिया गया था। लेकिन दिक्कत कुछ दिन बाद शुरू हुई जब रेबेका को चलने-फिरने में दिक्कत शुरू हुई। मेमोरी घटने लगी। वह हॉस्पिटल आईं और जांच की गईं।

संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंचा और हार्ट और लिवर तक में उसका असर दिखा
डॉक्टर्स के मुताबिक, महिला की जांच रिपोर्ट में सामने आया कि उस बैक्टीरिया का संक्रमण दिमाग तक पहुंचा। जांच रिपोर्ट में इसका असर हार्ट और लिवर तक में दिखा। वह अपने चलने-फिरने की क्षमता खो चुकी थीं। डॉक्टर्स ने रेबेका का मामला हल रॉयल इनफरमरी के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में ट्रांसफर किया। बचने की सम्भावना बेहद कम थी, यह बात रेबेका की मां को बताई जा चुकी थी।

कोरोना की 12 रिपोर्ट निगेटिव आईं और 30 किलो तक वजन घटा
रेबेका का इलाज कोरोना के मरीजों के बीच चल रहा था लेकिन उसकी 12 जांच की गईं जो निगेटिव आईं। लगातार 5 महीनों तक चले इलाज के बाद वह रिकवर हुईं। पिछले हफ्ते इन्हें डिस्चार्ज किया गया है और वजन करीब 30 किलो तक घट चुका है।

सीख मिली कि छोटी से छोटी चीज नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए
रेबेका चार बच्चों की मां हैं। इलाज के दौरान उनका अनुभव कैसा रहा, इस पर वह कहती हैं कि यह सबकुछ एक झटके जैसे था, इससे उबरना काफी मुश्किल रहा। मुझे नया नजरिया मिला है, ये सीख बताती है कि आप कुछ भी हल्के में नहीं ले सकते। छोटी से छोटी चीज भी जान को जोखिम में डाल सकती है।

Advertisement

0

Related posts

उमर ख़ालिद की दिल्ली दंगा मामले में ज़मानत याचिका ख़ारिज

News Blast

263 दिन में साइकिल से 29 हजार किमी यात्रा करके बनाया गिनीज रिकॉर्ड, 25 देशों से गुजरीं; एक दिन में 160 मीटर तक चलीं

News Blast

बृहस्पति ग्रह का कुंभ राशि में प्रवेश: 21 जून तक नौकरी और बिजनेस में 5 राशियों को मिल सकता है किस्मत का साथ

Admin

टिप्पणी दें