- खनिज विभाग के अफसर नहीं कर रहे कार्रवाई
दैनिक भास्कर
Jul 07, 2020, 05:51 AM IST
मंडलेश्वर. प्रतिबंधित क्षेत्र में बिना रोकटोक के तेज गति से गुजर रहे रेत के डंपर अवैध रेत संग्रहण करने की फिराक में रेत कारोबारी नर्मदा किनारे रेत व्यापार करने वाले अवैध रेत उत्खनन करने से पीछे नहीं हट रहे। खनिज विभाग द्वारा रेट ठेका नीलामी होने बाद से अवैध कारोबार रेत का होना शुरू हो गया। जिससे राजस्व को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। खनिज विभाग के जिम्मेदार अफसर कार्रवाई करने से कतराते हैं।
खनिज विभाग स्वीकृत रकबा ग्राम सुलगांव से रेत उत्खनन करने के दौरान भारी वाहन निजी मार्ग से होकर गुजर कर प्रतिबंधित क्षेत्र लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इंदौर नगर निगम इंटेक वेल प्लांट सामने से निकल कर रेत का भंडारण किया जा रहा है।
महेश्वर जल विद्युत परियोजना बनने के दौरान ग्राम जलूद डूब प्रभावित क्षेत्र में सम्मिलित हुआ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी इंदौर नगर निगम पीएचई के तीसरे चरण की पाइप लाइन का कार्य हुआ। जिसका इंटेक वेल प्लांट ग्राम के पहले छोर पर बना। यहां तक पहुंचने के लिए इंदौर नगर निगम पीएचई विभाग ने लाखों रुपए खर्च कर मार्ग बनाया। लेकिन रेत का व्यापार करने वाले ओवरलोड डंपरों ने बड़े-बड़े गड्ढे कर दिए। लेकिन मार्ग की किसी ने सुध नहीं ली। रेत के कारोबार से जुड़े अवैध रेत माफियाओं ने जलूद स्थित पुनर्वास को रेत संग्रहण का गढ़ बना लिया।
रेत ठेकेदार अवैध उत्खनन कर नर्मदा परियोजना पीएचई जलूद मार्ग से होकर विभाग परिसर सीमा में घुसकर निजी जमीन में संग्रहण किया जा रहा है। निजी मार्ग के माध्यम से रेत का संग्रहण प्रतिबंधित क्षेत्र से होकर प्रतिबंधित क्षेत्र में मुख्य मार्ग पर बना गढ़ है लेकिन विभाग के अफसर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एसडीओ आरसी वर्मा ने प्रतिबंधित क्षेत्र से होकर जाने वाले रेड नंबरों के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया अब परिसर का गेट लगा दिया जाएगा। रेत डंपरों को रोका जाएगा।