- टेस्ला के वैल्यूएशन 209 बिलियन डॉलर जबकि टोयोटा की वैल्यूएशन 205 बिलियन डॉलर रही
- बुधवार को हुई बढ़ोतरी के बाद टेस्ला शेयर्स की कीमत 1100 डॉलर ( लगभग 83,067 रु. प्रति शेयर) पर पहुंच गई
- कंपनी 16 साल तक चलने वाली मिलियन मील बैटरी का निर्माण कर रही है
दैनिक भास्कर
Jul 02, 2020, 01:16 PM IST
कैलिफोर्निया. इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी टेस्ला 209 बिलियन डॉलर (लगभग 15.78 लाख करोड़) वैल्यूएशन के साथ दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी बन गई है। टेस्ला ने जापानी कंपनी टोयोटा को भी पीछे छोड़ दिया है, जिसे अबतक सबसे वैल्यूएबल कंपनी का खिताब हासिल था।
कंपनी कभी भी प्रॉफिट में नहीं रही बावजूद कयास लगाए जा रहे हैं कि अरबपति एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला कंपनी जल्द ही 1 ट्रिलियन डॉलर (यानी लगभग 71.43 लाख करोड़) की वैल्यूएशन हासिल करेगी और इसके पीछे इलेक्ट्रिक वाहनों की तेजी सी बढ़ती डिमांड बताई जा रही है।
टेस्ला के शेयर्स में 4 फीसदी की बढ़त रही
- बुधवार को टेस्ला के शेयर्स 4% से ज्यादा की बढ़त के साथ 1100 डॉलर (लगभग 83,067 रुपए प्रति शेयर) से ज्यादा कीमत पर पहुंच गया। शेयर्स में आई तेजी के बाद टेस्ला की वैल्यूएशन 209 बिलियन डॉलर (लगभग 15.78 लाख करोड़) पर पहुंच गई, जिसने 205 बिलियन डॉलर (लगभग 15.48 लाख करोड़) वैल्यूएशन वाली टोयोटा को पीछे छोड़ दिया। इसका मतलब यह भी है कि टेस्ला ने अब स्टॉक मार्केट में टोयोटा को पछाड़ दिया है।
कभी प्रॉफिट में नहीं रही कंपनी
- टेस्ला का यह प्रदर्शन चौंकाने वाल हैं क्योंकि कंपनी कभी प्रॉफिट में नहीं रही लेकिन एनालिस्ट ने बैटरी-पावर्ड व्हीकल टेक्नोलॉजी में मार्केट लीडर के रूप में कंपनी की संभावनाओं की ओर इशारा किया है।
- स्टॉकब्रोकर जेफरीज के एनालिस्ट ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी ने दुनिया को क्लीनर ईंधन अपनाने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि हम कोविड-19 को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और रिन्यूएबल्स के लिए एक्सेलेरेटर के तौर देखते हैं। वहीं, टेस्ला प्रोडक्ट रेंज, कैपेसिटी और टेक्नोलॉजी के मामले में कहीं आगे हैं।
16 साल तक चलने वाली बैटरी बना रही कंपनी
- कंपनी 16 साल तक चलने वाली “मिलियन मील” बैटरी का निर्माण कर रही है, जिस पर टेस्ला की चीनी सप्लायर कंपनी कैटल (Catl) काम कर रही है। बताया जा रहा है कि यह बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत को कम करने के लिए बनाई जा रही है। टेस्ला के शेयर की कीमत में वृद्धि मस्क के लिए अच्छी खबर है क्योंकि यह सैद्धांतिक रूप से उन्हें 55 बिलियन डॉलर (लगभग 4.15 लाख करोड़ रुपए) का बोनस प्रदान कर सकता है।
अगले 10 साल में टेस्ला को 650 बिलियन डॉलर की कंपनी बनानी होगी
- कॉरपोरेट गवर्नेंस के विशेषज्ञों ने इसे चौंका देने वाला बताया है। मस्क को अगले 10 साल में टेस्ला को 650 बिलियन डॉलर (लगभग 49.08 लाख करोड़ रुपए) की कंपनी बनानी होगी, जिसका मतलब है कि कंपनी के शेयर की कीमत बुधवार की कीमत से अधिक तिगुनी होगी।
जून में टेस्ला आगे रही थीं
- टेस्ला ने जून के मध्य में ट्विटर पर पोस्ट ने नैस्डैक एक्सचेंज पर 184 बिलियन डॉलर (लगभग 13.89 लाख करोड़) के स्टॉक मार्केट वैल्यूएशन तक पहुंचने के लिए कंपनी की खुद की प्रशंसा की थी, जो कि टोयोटा के 179 बिलियन डॉलर (लगभग 13.5 लाख करोड़ रुपए) से आगे है।
Congrats to @elonmusk for this major accomplishment. There’s still a lot of work but this is a huge feat. pic.twitter.com/3oSuGUP8ho
— Tesla Owners Silicon Valley (@teslaownersSV) June 14, 2020