- कोरोनावायरस महामारी के चलते यूरोप में सिंथेटिक ड्रग्स का प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन बंद हो गया है
- आईएस अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने के लिए एम्फीटेमाइंस ड्रग बनाता है
दैनिक भास्कर
Jul 02, 2020, 09:35 AM IST
रोम. इटली की पुलिस ने बुधवार को 8454 करोड़ रु. (1.12 बिलियन डॉलर) की एम्फीटेमाइंस ड्रग जब्त की है। पुलिस के मुताबिक, यह दुनिया का सबसे बड़ा ड्रग कंसाइमेंट है, जिसे पकड़ा गया है। इसे सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने बनाया है।
इटली की जांच एजेंसी गुआर्डिया डी फिनांजा के मुताबिक, पुलिस ने सालेर्नो शहर में तीन शिपिंग कंटेनर्स को पकड़ा। इसमें 8454 करोड़ रु. के 8.4 करोड़ से ज्यादा गोलियां थीं।। पुलिस ने बुधवार को बताया कि इसका कुल वजन 15 टन से ज्यादा था।
#GDF#Napoli, sequestro record di 14 tonnellate di #anfetamine: 84 milioni di pasticche prodotte in #Siria da ISIS/DAESH per finanziare il #terrorismo. Oltre 1 miliardo di euro il valore sul mercato. #NoiconVoipic.twitter.com/McdOljNxa5
— Guardia di Finanza (@GDF) July 1, 2020
जांच एजेंसी के मुताबिक, ड्रग्स को बेहद चालाकी से छिपाया गया था। पुलिस को ड्रग्स मामले में चल रहे एक केस के जरिए इसकी जानकारी मिली थी। इसी आधार पुलिस ने यह पता लगाया कि ड्रग्स को कहां ले जाया जा रहा था।
यूरोप में ड्रग्स आई के सहयोगियों को भेजे गए थे
आईएस अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने के लिए एम्फीटेमाइंस ड्रग बनाता है। वहीं, अलग-अलग जगह मौजूद अपने सहयोगियों के जरिए इसे दूसरे देशों में भेजता है। पुलिस का मानना है कि ड्रग्स पूरे यूरोप में मौजूद अन्य आपराधिक समूहों को भेजे गए थे।
महामारी के चलते यूरोप में ड्रग्स का प्रोडक्शन बंद
पुलिस ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के चलते यूरोप में सिंथेटिक ड्रग्स का प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन बंद हो गया है। इस वजह से आपराधिक समूहों ने सीरिया का रुख किया है। अधिकारियों का कहना है कि यह संभव है कि ड्रग्स का और शिपमेंट अभी रास्ते में ही हो या इससे पहले कंसाइनमेंट न पकड़ा गया हो।
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