- देश में लाखों हेक्टेयर में फसलों को नुकसान पहुंचा चुकी टिडि्डयों ने फिर एक बार राजस्थान में दस्तक दी
- मानसून से पहले अफ्रीका से भारत आते हैं टिड्डी दल, दूसरी मानसूनी बारिश के बाद शुरू होता है प्रजनन
दैनिक भास्कर
Jul 01, 2020, 02:12 PM IST
जोधपुर. पाकिस्तान-अफगानिस्तान क्षेत्र से पश्चिमी राजस्थान पहुंची टिड्डी अब देश के कई प्रदेशों में फसलों को नुकसान पहुंचा रही है। देश के किसान अब ज्यादा चिंतित हैं, क्योंकि कई प्रदेशों में तो बुवाई का सीजन शुरू हो चुका है और कई प्रदेशों में बुआई हो चुकी हैं। मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, छत्तीसगढ़ में टिड्डियां फसलों को नुकसान पहुंचा चुकी हैं।
अक्टूबर महीने में बढ़ता रहेगा प्रकोप
अधिकारियों का कहना है कि टिड्डियों की रफ्तार कम हुई है, लेकिन अक्टूबर तक इसका प्रकोप बढ़ता रहेगा। अभी ये खेत में सब्जियों को नुकसान पहुंचा रही है। टिड्डी को पूरी तरह से खत्म करने के प्रयास भी नाकाफी हैं। पहले जहां 100 से 150 किमी तक उड़ जाती थी, वे अब 50 से 60 किमी तक ही उड़ रही है। अब आगे बारिश के साथ नमी होने पर वे जगह-जगह अंडे भी देंगी। अगर टिड्डियों के अंडे नष्ट नहीं किए गए तो अक्टूबर में इनका ज्यादा प्रकोप देखने को मिल सकता है।
एक दिन में 100 से 150 किमी तक उड़ान भर सकती हैं
कृषि विभाग के मुताबिक, मरुस्थलीय (रेगिस्थान) टिड्डियों के झुंड, गर्मी और मानसून के समय अफ्रीका से भारत आते हैं और पतझड़ के समय ईरान और अरब देशाें की ओर चले जाते हैं। इसके बाद यह सीरिया, मिस्र और इजराइल में फैल जाते हैं। इनमें से कुछ भारत औरअफ्रीका लाैट आते हैं, जहां दूसरी मानसूनी बारिश के समय प्रजनन हाेता है। टिड्डी दल सामान्य हवा की दिशा में उड़ान भरते हैं। ये एक दिन में लगभग 100 से 150 किमी तक उड़ान भरते हैं।
देश में पहली बार राजस्थान में एयरफोर्स करेगी टिडि्डयों पर हवाई हमला
अब तक टिडि्डयों के हमले से सबसे ज्यादा नुकसान राजस्थान में हुआ है। यहां अब टिडि्डयों का सफाया करने के लिए पहली बार इंडियन एयरफोर्स मदद के लिए आगे आई है। एयरफोर्स ने अपने तीन एमआई-17 हेलिकॉप्टरों को मॉडिफाइड कर टिड्डी पर स्प्रे करने को तैयार कर दिया है। ये हेलिकॉप्टार सिर्फ 40 मिनट में 750 हेक्टेयर क्षेत्र में 800 लीटर कीटनाशक का छिड़काव कर देगा। इन तीन में से एक हेलिकॉप्टर को जोधपुर एयरबेस पर तैनात किया जाएगा। क्योंकि, पाकिस्तान से आने वाले टिड्डी दल राजस्थान से ही प्रवेश करते हैं। ऐसे में भारतीय सीमा में प्रवेश करते ही ये हेलिकॉप्टर हमला करके उसे खत्म कर देगा।
एक्सपर्ट व्यू: अक्टूबर तक और बढ़ेगा प्रकोप
टिड्डियां 90 से 100 दिन तक रेंगती हैं, उस समय ही उस पर नियंत्रण कर लें ताे काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। पिछले साल के मुकाबले अधिक प्रकोप है, जाे अक्टूबर तक और अधिक बढ़ने की संभावना है। टिड्डी दल की रेंज 1-4 किमी रहती है।