दैनिक भास्कर
Jun 12, 2020, 04:51 PM IST
जब हम किसी टॉपिक या सब्जेक्ट को दूसरों को पढ़ाते हैं या पढ़ाने का नाटक करते हैं या इसकी तैयारी करते हैं तो हम खुद उस टॉपिक को बेहतर तरीके से याद कर सकते हैं। यह प्रक्रिया प्रॉटजे इफेक्ट कहलाती है। एग्जाम्स की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह इफेक्ट खासतौर से फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल जब आप पढ़ाने के लिए पढ़ते हैं तो आपकी मेटाकॉग्निटिव प्रोसेसिंग तेज होती है जो आपको लर्निंग के लिए ज्यादा एक्टिव बनाती है। आप प्रभावी लर्निंग स्ट्रैटजीज को इस्तेमाल करते हैं जैसे मटीरियल को ऑर्गनाइज करना और इंफॉर्मेशन के सबसे मुख्य बिंदु को निकालना। इसी के साथ जब आप दूसरों को पढ़ाते हैं तो पहले आप खुद सीखने के लिए मोटिवेट होते हैं। ऐसे में अगर आप भी अपनी लर्निंग को बेहतर बनाना चाहते हैं पढ़ाइए।
टीचिंग नोट्स का करें इस्तेमाल
लेखक रिचर्ड बाक कहते हैं कि जिसे हम सीखना चाहते हैं उसे बहुत ही अच्छा पढ़ा सकते हैं। किसी भी टॉपिक को सीखने के लिए अगर हम लेक्चर अटेंड करते हैं तो हमारी याद रखने की क्षमता सबसे कम यानी केवल 5 फीसदी होती है। जबकि अपनी नॉलेज को अप्लाय करते हुए यह 75 फीसदी होती है और जब आप उसे पढ़ाते हैं तो यह 90 प्रतिशत तक होती है। तो अगर आप अपने सब्जेक्ट को बेहतर रूप से याद रखना चाहते हैं तो टीचिंग नोट्स बनाएं और अपने साथियों को पढ़ाएं।
कई फायदे हैं प्रॉटजे इफेक्ट के
दूसरों को पढ़ाकर आपकी लर्निंग तो बेहतर होती ही है, साथ ही सीखे गए टॉपिक्स पर आप टेस्ट के दौरान भी बेहतर परफॉर्म करते हैं। स्टडीज बताती हैं कि एकेडमिक फायदों के अलावा इससे आपकी मोटर लर्निंग मजबूत होती हैं जिससे फिजिकल एक्टिविटीज के दौरान इंफॉर्मेशन की प्रोसेसिंग सुधारती है। इतना ही नहीं प्रॉटजे इफेक्ट से आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स, कॉन्फिडेंस और लीडरशिप क्षमता भी विकसित होती है।
टॉपिक को करें समराइज
आपके हर टीचिंग सेशन के तीन मुख्य टेकअवेज यानी महत्वपूर्ण बातें क्या है? टेकअवेज हाइलाइट करने के लिए अपने प्रपोज्ड लेक्चर का सारांश तैयार करें और उन्हें अपने लेक्चर की शुरुआत और अंत में शेयर करें। यही तरीका आप खुद लेक्चर अटेंड करें तब भी अपनाएं। सीखने के तुरंत बाद उसपर रिफ्लेक्ट करना और उसका सारांश लिखना आपकी समझ की बेहतर बनाता है।
नॉलेज अप्लाय करें
किसी टॉपिक को पढ़ाने में आप अपनी पूरी नॉलेज उतार देते हैं। स्टूडेंट्स भी एक एक्टिव टीचर से सीखना चाहते हैं। आप अपने स्टूडेंट्स के लिए उदाहरण बनें और अपनी लर्निंग को अपनी लाइफ में अप्लाय करके उनके लिए मोटिवेशन सेट करें।
सही कम्युनिकेशन
पढ़ाते हुए अपने कम्युनिकेशन पर भी ध्यान दें। इससे जो सुधार आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स में आएगा वह आगे चलकर आपके कॅरिअर में भी मददगार साबित होगा।