May 24, 2024 : 12:18 PM
Breaking News
लाइफस्टाइल

केरल का शक्ति तीर्थ: 1000 साल से ज्यादा पुराना है पिसरिक्कल भगवथी मंदिर, राज्य के 108 देवी तीर्थों में एक है

[ad_1]

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

5 घंटे पहले

कॉपी लिंकमान्यता: यहां का प्रसाद खाने से दूर होता है कष्ट, दवा के रूप में लिया जाता है प्रसाद

केरल के चालकुडी में मौजूद पिसरिक्कल भगवथी मंदिर करीब हजार साल पुराना है। ये तीर्थ केरल के 108 दुर्गा मंदिरों की सूची में शामिल है। इस मंदिर में वानदुर्गा और भगवती की दो मुख्य मूर्तियां शामिल हैं। आमतौर पर सभी भक्त इन्हें भद्रकाली अम्मन कहते हैं। ये मंदिर पूरी तरह से दैवीय आभा से हर जगह से घिरा हुआ है। पहाड़ी से गिरते झरने के नीचे रखी देवी दुर्गा की मूर्ति को देखकर लगता है कि प्रकृति, देवी का जलाभिषेक कर रही हो। शक्ति के इस मंदिर में भक्त समृद्धि, सेहत, ज्ञान और शांति की इच्छा से यहां आते हैं।

नवरात्रि पर होती है विशेष पूजामुख्य मूर्ति के हाथ में शंख और चक्र है। अम्मन की प्रतिमा के अलावा, यहां भगवान शिव और गणपति की मूर्ति भी स्थापित है। मार्च-अप्रैल के दौरान यहां सालाना त्योहार मीनम भव्य तरीके से मनाया जाता है। त्योहार के आठवें दिन लड़कियां तेल के दीपक, फूल और हल्दी से देवी की पूजा करती हैं। इसके अलवा यहां नवरात्रि के मौके पर विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां सुबह 4 से शाम 5 बजे तक ही दर्शन किए जा सकते हैं।

प्रसाद खाने से दूर होता है कष्टऐसा माना जाता है कि एक प्रसिद्ध संत ने अपनी सिद्धि को माता को समर्पित कर दिया था, जिससे सांप के काटने के जहर का असर खत्म हो जाता था। इस वजह से इसे विष हरिक्कल अम्मा से भी जाना जाता था। जो बाद में बदलकर पिसरिक्कल हो गया। अभी भी यहां के प्रसाद का उपयोग दवा के रूप में किया जाता है। मलायम कलैंडर के थूलम महीने में आने वाली अमावस्या को दोपहर में यहां स्नान और दर्शन का विशेष महत्व माना जाता है, जिसे ववरावृत्त कहा जाता है।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Related posts

अच्छे रिश्तों और दोस्ती में भी एक-दूसरे की प्रशंसा करना जरूरी है, ये ठीक वैसे ही है जैसे गाड़ियों के पहियों को घूमते रहने के लिए ग्रीस की जरूरत होती है

News Blast

शिव पूजा के कायदे:शिव पूजा के कायदे सावन में कहां, कैसे, कब और किन चीजों से कर सकते हैं शिव पूजा

News Blast

प्रोस्थेटिक लेग के साथ उड़ान भरेगा ‘मिया’: दुनिया में पहली बार किसी गिद्ध को मिले कृत्रिम पैर, सर्जरी के 6 हफ्ते के बाद चलना-फिरना शुरू किया; भारी शरीर के बावजूद भरी उड़ान

Admin

टिप्पणी दें