- चीनी वैज्ञानिकों ने वायरस को G4 EA H1N1 नाम दिया, कहा- यह 2009 में महामारी फैलाने वाले स्वाइन फ्लू जैसा
- शोधकर्ताओं के मुताबिक, स्ट्रेन नया होने के कारण लोगों में इससे लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता या तो कम है या है ही नहीं
दैनिक भास्कर
Jun 30, 2020, 01:58 PM IST
चीनी वैज्ञानिकों ने फ्लू के वायरस का वो स्ट्रेन खोजा है जो महामारी ला सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि फ्लू वायरस का एक ऐसा स्ट्रेन हाल ही में सुअर में पाया गया है, जो इंसानों को संक्रमित कर सकता है। यह अपना रूप बदल (म्यूटेट) कर एक इंसान से दूसरे इंसान में पहुंचकर वैश्विक महामारी ला सकता है।
सुअरों पर नजर रखने की जरूरत
वायरस का नाम G4 EA H1N1 है। इस पर रिसर्च करने वाले शोधकर्ताओं का कहना है कि यह इमरजेंसी जैसी समस्या नहीं है लेकिन इसमें ऐसे कई लक्षण दिखे है जो बताते हैं कि यह इंसानों को संक्रमित कर सकता है, इसलिए इस पर लगातार नजर बनाए रखने की जरूरत है। प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेस के मुताबिक, यह नया स्ट्रेन है इसलिए हो सकता है लोगों में इससे लड़ने की क्षमता कम हो या हो ही न। इसलिए इससे बचने के लिए सुअरों पर नजर रखना जरूरी है।
यह फैला तो रोकना मुश्किल होगा
कोरोना वायरस से पहले दुनिया में अंतिम बार फ्लू महामारी वर्ष 2009 में आई थी और उस समय इसे स्वाइन फ्लू कहा गया था। मेक्सिको से शुरू हुआ स्वाइन फ्लू उतना घातक नहीं था जितना कि अनुमान लगाया गया था। इस बार कोरोना वायरस के कारण 1 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। ऐसी स्थिति में अगर नया वायरस फैलता है तो इसे रोकना बहुत मुश्किल होगा।
इसमें इंसानों में पहुंचकर अपनी संख्या बढ़ाने की पर्याप्त क्षमता
वैक्सीन के जरिए फ्लू के वायरस A/H1N1pdm09 को लोगों से दूर रखा गया लेकिन चीन में जो इसका नया स्ट्रेन देखा गया है वो 2009 में महामारी फैलाने वाले स्वाइन फ्लू से मिलता-जुलता है। शोधकर्ता किन-चो चैंग के मुताबिक, नया स्ट्रेन G4 EA H1N1 इंसान की सांस नली में पहुुंचकर अपनी कोशिकाओं की संख्या को बढ़ा सकता है। इसके अंदर ऐसा करने की पर्याप्त क्षमता है।