- बीसीसीआई ने पिछले साल भी जसप्रीत बुमराह का नाम भेजा था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 3 साल पूरे नहीं होने की वजह से उन्हें पुरस्कार नहीं मिला
- शिखर धवन का दावा इस बार मजबूत, क्योंकि उनके साथ खेल चुके विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और रविचंद्रन अश्विन को यह पुरस्कार मिल चुका है
दैनिक भास्कर
May 14, 2020, 10:13 PM IST
आईसीसी की वनडे रैंकिंग में नंबर-1 गेंदबाज रह चुके जसप्रीत बुमराह को इस साल बीसीसीआई अर्जुन अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट कर सकती है। बोर्ड इस महीने के आखिर तक पुरुष और महिला वर्ग में खिलाड़ियों के नाम तय कर लेगी।
पिछले 4 साल में शानदार प्रदर्शन के दम पर बुमराह का दावा मजबूत है। बोर्ड से जुड़े सूत्र ने न्यूज एजेंसी को यह जानकारी दी।
बुमराह के साथ धवन का दावा भी मजबूत
सूत्र ने बताया कि अगर बीसीसीआई इस पुरस्कार के लिए खेल मंत्रालय को एक से ज्यादा नाम भेजती है, तो उसमें सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को भी तरजीह दी जा सकती है। बोर्ड ने 2018 में भी धवन का नाम भेजा था। लेकिन उन्हें अर्जुन अवॉर्ड नहीं मिला था।
बोर्ड ने पिछले साल तीन क्रिकेटरों के नाम भेजे थे
बीसीसीआई ने पिछले साल पुरुष वर्ग में तीन क्रिकेटरों के नाम भेजे थे। इसमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और रविंद्र जडेजा शामिल थे। तब बुमराह को यह पुरस्कार इसलिए नहीं मिला था, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके दो साल ही पूरे हुए थे, जबकि नियमों के मुताबिक पुरस्कार उसी खिलाड़ी को दिया जा सकता है, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार तीन साल अच्छा प्रदर्शन किया हो। इसी वजह से उनसे सीनियर जडेजा को यह सम्मान मिला था।
बुमराह टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले भारत के तीसरे गेंदबाज
26 साल के इस गेंदबाज ने अब तक 14 टेस्ट में 68 विकेट लिए हैं। इसमें एक हैट्रिक भी शामिल है, जो उन्होंने पिछले साल वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन टेस्ट में ली थी। वे ऐसा करने वाले तीसरे गेंदबाज बने थे। उनसे पहले हरभजन सिंह और इरफान पठान ने यह कारनामा किया था।
बुमराह ने 64 वनडे और 50 टी-20 खेले हैं
बुमराह 64 वनडे में 104 और 50 टी-20 में 59 विकेट ले चुके हैं। वे इकलौते एशियाई गेंदबाज हैं, जिसने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज में एक मैच में 5
विकेट लिए हैं।
बोर्ड शमी का नाम दोबारा नहीं भेेजेगा
इस बार शमी का नाम इस पुरस्कार के लिए भेजे जाने की संभावना बहुत कम है। क्योंकि उन पर घरेलू हिंसा का मामला दर्ज है। ऐसे में वे इस पुरस्कार के योग्य नहीं है।
धवन को सीनियर होने का फायदा मिल सकता है
जहां तक धवन की बात है तो वे सीनियर खिलाड़ी हैं। उनके साथ खेले ज्यादातर खिलाड़ी (विराट कोहली, रविचंद्रन अश्विन, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा और रविंद्र जडेजा) को यह पुरस्कार मिल चुका है। हालांकि, धवन पिछले साल लगातार चोट से जूझते रहे हैं। लेकिन फिर भी उनके नाम को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
2018 में सिर्फ स्मृति मंधाना को अर्जुन पुरस्कार मिला
बीसीसीआई ने कहा- 2018 में भी हमने धवन का नाम भेजा था। लेकिन केवल महिला क्रिकेटर स्मृति मंधाना को ही यह अवॉर्ड दिया गया। इसलिए इस बार बोर्ड बुमराह और धवन दोनों के नाम भेज सकता है।