
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इमारत गिरने की दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर जाकर राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए।
संकरी रोड पर बना अलाया अपार्टमेंट
वजीर हसन रोड पर जहां यह अलाया अपार्टमेंट बना है। वहां मुख्य सड़क ही 12 मीटर चौड़ी है। वहीं अंदर अपार्टमेंट परिसर तक जाने के लिए छह मीटर भी रास्ता नहीं था। ऐसे में रेस्क्यू टीमों को अंदर दूसरे अपार्टमेंट बिरावन हाउस और सटी हुई दूसरी सड़क की बाउंड्रीवाल तोड़नी पड़ी। इसके बाद ही लोगों को निकालने का काम शुरू हो सका। आलम यह था कि सड़क पर बाहर ही गाड़ियां खड़ी होने की वजह से अग्निशमन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा एंबुलेंस की गाड़ियां भी नहीं पहुंच पा रही थीं। ऐेसे में पुलिस को माथापच्ची करनी पड़ी।
कल थी अब्बास हैदर के माता-पिता की 50वीं सालगिरह
सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्बास हैदर के पिता अमीर हैदर व बेटा मुस्तफा को सुरक्षित निकाल लिया गया है। पत्नी उजमा और मां बेगम अमीर हैदर अभी भी मलबे में दबे हैं। कल सोमवार को अब्बास हैदर के माता-पिता की 50वीं सालगिरह थी। घर मे पार्टी का आयोजन हुआ था।
दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने लखनऊ के सभी अस्पतालों को अलर्ट करने के साथ ही ब्लड की व्यवस्था, नाइट शिफ्ट के डॉक्टरों को तत्काल ड्यूटी पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अपार्टमेंट मे फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है। रही बात बिल्डिंग के निर्माण की गुणवत्ता की तो उसे बाद मे देखेंगे। दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।
अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। इसके साथ ही जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साथ एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर जाकर राहत कार्य पर कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ कई अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए।