May 3, 2024 : 3:22 PM
Breaking News
राष्ट्रीय

टोक्यो गए खिलाड़ियों का ऑटो चालक का चीयर्स: चंडीगढ़ ऑटो चालक अनिल का टोक्यो गए खिलाड़ियों के लिए ऐलान- जो भी मेडल लाएगा उसे अपने ऑटो पर 5 दिन फ्री राइड करवाएगा

[ad_1]

Hindi NewsLocalChandigarhChandigarh Auto Driver Anil’s Announcement For The Players Who Went To Tokyo Whoever Brings The Medal, Will Get Him A Free Ride For 5 Days On His Auto

चंडीगढ़एक घंटा पहले

कॉपी लिंकचंडीगढ़ के ऑटो चालक अनिल ने टोक्यो से मेडल लाने वाले खिलाड़ियों के लिए पांच दिनाें की फ्री राइड का पोस्टर लगाया है। - Dainik Bhaskar

चंडीगढ़ के ऑटो चालक अनिल ने टोक्यो से मेडल लाने वाले खिलाड़ियों के लिए पांच दिनाें की फ्री राइड का पोस्टर लगाया है।

अनिल अपने ऑटो पर इंडियन आर्मी और गर्भवती महिलाओं को फ्री में पिछले 12 सालों से सेवा दे रहे है

देश के वीर खिलाड़ियों ने जिस तरह से कोरोना काल में अपने आप को निरोग रख कर कड़ी मेहनत की है वह काबिले तारीफ है। अब खिलाड़ी अपने दमखम के साथ टोक्यो ऑलंपिक खेलों में भाग ले रहे है। ऐसे में अगर कोई खिलाड़ी मेडल जीत कर लाएगा तो उसे अपने ऑटो पर 5 दिनों तक फ्री में चंडीगढ़ की सैर करवाउंगा। यह कहना है चंडीगढ़ के ऑटो चालक अनिल कुमार का।

अनिल बताते है कि वे चंडीगढ़ में पिछले 12 सालों से ऑटो चला रहे है और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे है। वे बताते है कि वे देश के खिलाड़ियों और सैनिकों की कद्र करते है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह से देश के खिलाड़ियों ने अपनी प्रैक्टिस जारी रखी और ऑलंपिक में क्वालीफाइ किया और अब टोक्यो में मेडल के लिए मेहनत कर रहे है।

ऐसे में उनका उत्साह और हौसला बढ़ाने के लिए अपने छोटे से ऑटो पर एक बैनर लगाया है। इस बैनर में लिखा है कि जो भी खिलाड़ी गोल्ड मेडल जीत कर लाएगा उसे पांच दिनों तक फ्री में चंडीगढ़ की सैर करवाऐंगे। अनिल ने कहा कि देश में क्रिकेट के नाम पर तालियां बजाने वाले और पुरस्कार देने वाले तो बहुत है अगर देश के इन खिलाड़ियों की मदद की जाए तो देश में ऑलंपिक के एक-दो नहीं सैकड़ों मेडल आ सकते है।

अनिल कुमार बताते है कि उन्होंने अपने ऑटो पर इंडियन आर्मी फ्री का बोर्ड लगाया है। वे पिछले 12 सालों से आर्मी जवानों के लिए फ्री में सेवा दे रहे है। इसके अलावा वे गर्भवती महिलाओं को भी अस्पताल पहुंचाने तक फ्री में काम कर रहे है। अनिल बताते है कि वे अभी तक 1022 महिलाओं को अस्पताल पहुंचा चुके है। वे अस्पताल पहुंचाने वाली गर्भवती महिलाओं की पूरी जानकारी रखते है। उन्होंने ये भी बताया कि दो बार ऐसा मौका आया जब उनके ऑटो में ही डिलीवरी हो गई। अनिल ने कहा कि सरकार ने गर्भवती महिलाओं के लिए तो कई वाहनों को लगाया है लेकिन वे संकरी गलियों में नहीं जा सकते इस कारण वे अपने ऑटो से ऐसे स्थान में रहने वाली गर्भवती महिलाओं की सेवा कर रहे है,जिससे बहुत सुकून मिल रहा है।

सड़क हादसे में घायल को अस्पताल पहुंचाने पर 3 बार पुलिस ने पकड़ा

अनिल बताते है कि वे रात-दिन ऑटो चलाते है, रास्ते में एक्सीडेंट में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने पर उसे ही पुलिस ने तीन बार पकड़ लिया, लेकिन बाद में आसपास के लोगों ने जब पुलिस को यह बताया कि ये तो घायल की मदद के लिए अस्पताल पहुंचा कर आया है तो उसे छोड़ा गया। अनिल ने कहा कि वे सड़क हादसे में घायल लोगों को बेहिचक मदद के लिए अस्पताल पहुंचाने से पीछे नहीं हटते।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Related posts

धोखाधड़ी:ज्वेलर्स कंपनी ने लुभावनी स्कीम का झांसा देकर सेल्स ऑफिसर से ठगे 23 लाख, दर्ज कराया केस

News Blast

अर्नब गोस्वामी की जमानत अर्जी पर बॉम्बे हाईकोर्ट आज फैसला सुना सकता है, 6 दिन से लॉकअप में हैं

News Blast

एलओसी पर पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा, भारत ने जवाबी कार्रवाई में उसके सूबेदार समेत 2 जवान ढेर किए

News Blast

टिप्पणी दें