पचमढ़ी/मांडू2 घंटे पहले
मध्यप्रदेश में पिछले चार-पांच दिनों से हो रही बारिश से पर्यटन स्थलों ने हरियाली की चादर ओढ़ ली है। यहां की खूबसूरती में चार चांद लग रहे हैं। प्राकृतिक सौंदर्य को निहारने दूर-दूर से पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। हरियाली की चादर ओढ़े पचमढ़ी सैलानियोंं को सबसे ज्यादा रास आ रहा है। पचमढ़ी हो या मांडू का रूपमती महल, जहाज महल या पातालपानी झरना। हजारों सैलानी इन खूबसूरत वादियों में पहुंच रहे हैं। शनिवार को करीब 10 हजार लोग पिकनिक का लुत्फ उठाने पचमढ़ी, मांडू व पाताल पानी पहुंचे। मांडू में पर्यटक रानी रूपमती और बाज बहादुर की प्रणय प्रेम गाथा सुनने आते हैं।
पचमढ़ी में कोहरे के बीच घुड़सवारी का आनंद उठा रहे पर्यटक।
पचमढ़ी दो दिन के लिए हाउस फुल
पचमढ़ी के मौसम का लुत्फ उठाने सैकड़ों पर्यटक पहुंचे। शनिवार और रविवार को पचमढ़ी में सभी होटलें हाउस फुल है। पचमढ़ी की वादियाें में लम्हे बिताने के लिए यहां परिवार और जीवनसाथी के साथ करीब 5 हजार लाेग पहुंंचे हैं।
पचमढ़ी की खूबसूरत वादियां।
बारिश में उतर आते हैं बादल
1067 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पचमढ़ी शहर प्राकृतिक सुंदरता के कारण सतपुड़ा की रानी कहलाता है। यहां बारिश के दिनों में बादल जमीन पर उतर आते हैं। पचमढ़ी से 2 से 3 किमी नीचे उतरते ही बादल नहीं थे।
बारिश से पहाड़ों से झरने फूट पड़े।
बी-फाॅल आ रहा रास
हरियाली की चादर ओढ़े पचमढ़ी का बी-फॉल प्रकृति प्रेमियों को सबसे ज्यादा रास आ रहा है। पहाड़ों से गिरते पानी की आवाज सुकून देती है। होशंगाबाद के अलावा भाेपाल, जबलपुर सहित अन्य शहरों से लाेग पहुंचते हैं। यहां जाने के लिए रास्ता पिपरिया से होकर जाता है।
रानी रूपमती, जहाज महल शनिवार को हजारों पर्यटक से भरा नजर आया।
मांडू ने ओढ़ी घने कोहरे और हरियाली की चादर
मांडू का मौसम इन दिनों खुशनुमा दिखाई देने लगा है। चारों तरफ मनोरम पहाड़ियों में फैली हरियाली के बीच कल-कल करते झरने और घने कोहरे के आगोश में मांडू का स्वरूप पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनते जा रहा है।
अशरफी महल पर घना कोहरा।
मांडू में क्या है पर्यटकों के लिए खास?
रानी रूपमती ,बाज बहादुर, ईको पॉइंट, जहाज महल, हिंडोला महल ,चंपा बावड़ी, हमाम घर, नाटक घर के साथ मांडू के यह धार्मिक स्थल चतुर्भुज श्री राम मंदिर नीलकंठ महादेव मंदिर जैन मंदिर 7 कोठरी महादेव मंदिर।
मांडू से सुनील तिवारी
पचमढ़ी से उमाकांत झा