[ad_1]
Hindi NewsLocalMpGwaliorIn All CBSE Private Schools As Well As 40 Percent Of MP Board Schools, Online Studies Took Place, 60 Percent Kept Classes Closed
ग्वालियर3 मिनट पहले
कॉपी लिंक
CBSE के सभी स्कूल में लगीं ONLINE क्लासेस, MP बोर्ड के 40 फीसदी स्कूल में हुई ऑनलाइन पढ़ाई, 60 प्रतिशत ने की हड़ताल
ग्वालियर में CBSE के 70 और MP बोर्ड के 1250 प्राइवेट स्कूल हैं
ग्वालियर में प्राइवेट स्कूल की हड़ताल का मिला जुला ही असर रहा है। जिले में सभी CBSE स्कूलों में क्लासेस लगी हैं। इसके साथ ही MP बोर्ड के प्राइवेट स्कूलों में भी 40 फीसदी स्कूल में पढ़ाई हुई है और ऑनलाइन क्लासेस लगी हैं। पर 60 प्रतिशत MP बोर्ड प्राइवेट स्कूल पूरी तरह हड़ताल में शामिल रहे हैं।
ज्यादातर स्कूल संचालकों का कहना है कि पूरे कोरोना कॉल से स्कूल बंद है। ऐसे में एक दिन ऑनलाइन क्लासेस बंद रखने से कोई फायदा नहीं है। सीधे शब्दों में समझाएं तो प्राइवेट स्कूलों की हड़ताल का कोई खास असर शहर में देखने को नहीं मिला है। जितने भी बड़े और चर्चित स्कूल हैं वह CBSE हैं और वह हड़ताल में शामिल नहीं हैं।
फाइल फोटो: स्कूल फिलहाल खोलने पर सरकार ने रोक लगाई है, इसी का विरोध हो रहा है
मध्य प्रदेश के मुखयमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 6 जुलाई को घोषणा की थी कि स्कूल अभी नहीं खोले जाएंगे और प्राइवेट स्कूल सिर्फ ट्यूशन फीस ही ले सकेंगे। मुख्यमंत्री की यह घोषणा के बाद MP के प्राइवेट स्कूल संचालकों ने विरोध करना शुरू कर दिया था। साथ ही मान्यता नवीनीकरण शुल्क लेने पर मध्य प्रदेश प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने 12 जुलाई से ऑनलाइन पढ़ाई बंद करने का फैसला लिया था। सोमवार को MP बोर्ड प्राइवेट स्कूल जिनकी संख्या लगभग 1250 है उनमें से 60 फीसदी में पढ़ाई नहीं हुई है, लेकिन 40 फीसदी लगभग 500 स्कूल में सोमवार को भी हड़ताल के बाद ऑनलाइन पढ़ाई हुई है। ग्वालियर में भी हड़ताल को लेकर MP बोर्ड प्राइवेट स्कूल और CBSE बोर्ड प्राइवेट स्कूल संचालकों में भी मतभेद हैं।
यह है प्रमुख मांगे
कोरोना महामारी के कारण स्कूल बंद रहे हैं नुकसान हुआ है। इसके बाद भी मान्यता नवीनीकरण के लिए निरीक्षण करना परेशान करना है। विभाग शुल्क मांग रहा है।छात्रवृत्ति घोटाले में स्कूलों को परेशान किया जा रहा है, जबकि छात्रवृत्ति से संबंधित कोई कार्य स्कूल संचालक नहीं करते हैं।शासकीय स्कूलों में बिना टीसी के छात्रों को प्रवेश देने से स्कूल संचालकों को नुकसान हो रहा है। कई पालकों ने स्कूल फीस जमा किए बिना ही बच्चों को एडमिशन दिला दिया है।अनिवार्य एवं निशुल्क शिक्षा अधिकार के तहत प्राइवेट स्कूलों में निशुल्क पढ़ने वाले छात्रों की प्रतिपूर्ति अभी तक नहीं मिली हैकोविड में स्कूलों को काफी नुकसान हुआ है। जिस कारण आर्थिक सहायता के साथ ही सम्पूण प्रकार के टैक्स, बिजली बिल, बैंक की किश्त में छूट दी जाए।स्कूल खोलने पर विचार किया जाए
शहर के बड़े प्रमुख स्कूलों में क्या रहा हाल एक नजर में
कार्मल कॉन्वेंट स्कूल (CBSE) में हुई ऑनलाइन पढ़ाईसेंटपॉल स्कूल मुरार (CBSE) में लगीं ऑनलाइन क्लासेसप्रगति विद्यापीठ स्कूल मुरार (CBSE) में हुई ऑनलाइन पढ़ाईनेशनल कॉन्वेंट स्कूल बड़ागांव (CBSE) ऑनलाइन क्लासेस लगी हैंECS स्कूल थाटीपुर (CBSE) में भी ऑनलाइन स्कूल खुले हैंGP कॉन्वेंट स्कूल (MP बोर्ड प्राइवेट स्कूल) यहां भी क्लासेस लगी हैंDPS (CBSE) यहां भी ऑनलाइन पढ़ाई हुई हैग्वालियर ग्लोरी स्कूल (CBSE) ऑनलाइन क्लासेस लगी हैंसेवन आई स्कूल (CBSE) ऑनलाइन पढ़ाई हुई हैडेपोडेल्स पब्लिक स्कूल (CBSE) क्लास लगी हैइंडो पब्लिक स्कूल (MP बोर्ड प्राइवेट स्कूल) ऑनलाइन पढ़ाई बंद रहीSK स्कूल (MP बोर्ड प्राइवेट स्कूल) यहां भी हड़ताल के चलते क्लासेस नहीं लगींभारतीयम स्कूल (CBSE) ऑनलाइन पढ़ाई हुई हैग्रीनबुड स्कूल (CBSE) ऑनलाइन पढ़ाई हुई हैदेवाशीष पब्लिक स्कूल (MP बोर्ड प्राइवेट स्कूल) यहां हड़ताल के चलते क्लासेस नहीं लगीं
इनका दावा
मध्य प्रदेश प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के संभागीय अध्यक्ष एके दीक्षित का दावा था कि ग्वालियर में 1250 के लगभग MP बोर्ड प्राइवेट स्कूल हैं। सभी ने समर्थन दिया है। पर यहां स्थिति कुछ और रही है। आधे स्कूल खुले और आधे बंद रहे हैं।
CBSE स्कूल हड़ताल में शामिल नहीं
ग्वालियर में 70 से ज्यादा CBSE प्राइवेट स्कूल हैं। CBSE प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष व प्रगति विद्यापीठ स्कूल के संचालक राहुल श्रीवास्तव ने बताया था कि हमारी एसोसिएशन ने प्राइवेट स्कूल के विरोध प्रदर्शन में कुछ मांगों पर समर्थन दिया है, लेकिन हड़ताल में हम शामिल नहीं है।खबरें और भी हैं…
[ad_2]