May 3, 2024 : 2:33 PM
Breaking News
राष्ट्रीय

बाजारों में पुलिस व निगम अधिकारी दूर-दूर तक नहीं आए नजर, साप्ताहिक बाजारों पर नजर रखनेवाला कोई नहीं

  • Hindi News
  • Local
  • Delhi ncr
  • Police And Corporation Officers Were Not Seen In The Markets Far And Wide, No One To Keep An Eye On The Weekly Markets

नई दिल्ली5 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

साप्ताहिक बाजार में नहीं हो रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन।

  • सोशल डिस्टेंस तो दूर, मास्क व सेनेटाइजर का भी नहीं कर रहे प्रयोग
  • द्वारका में साप्ताहिक बाजार ना लगने से नाराज समिति

कोरोरा वायरस के बीच 160 दिनों के बाद दिल्ली सरकार की अनुमति के बाद सोमवार से साप्ताहिक बाजार लगने शुरु हो गए है। हालांंकि ये बाजार अभी एक सप्ताह की ट्रायल बेसिस पर लग रहे है। इसके बावजूद इन साप्ताहिक बाजारों में कोविड-19 और दिल्ली सरकार की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ती नजर आई। साप्ताहिक बाजार लगाने वाले ज़्यादातर के पास ना तो मास्क, सेनेटाइजर और ना ही सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे है। पुलिस व निगम अधिकारी बाजारों में दूर-दूर तक नजर नहीं आए। पब्लिक हेल्थ डॉक्टर का कहना है कि साप्ताहिक बाजार से कोरोना संक्रमण फैल सकता है। कोरोना वायरस इस समय कमजोर पड़ा है, पर जिस तरह से साप्ताहिक बाजारो में धज्जियां उड़ाई जा रही है यह महंगा साबित हो सकता है। बाजारों मे इतनी अधिक भीड़ है कि सोशल डिस्टेंस का तो पालन की बात तो दूर अधिकतर लोगों ने मास्क तक नहीं लगाए हुए है। साप्ताहिक बाजार एसोसिएशनों व समितियों का कहना है कि कोराेना महामारी के कारण साप्ताहिक बाजार लगाने वाले बेरोजगार हो गए हैं।

इस कारण कोरोना के बीच साप्ताहिक बाजार लगाए जाने चाहिए। साप्ताहिक बाजार एसोसिएशनों का कहना है कि कोरोना काल में पिछले पांच महीनों से सरकार के साथ है। उनकी गाइड लाइनों का पालन कर रहे है। अब साप्ताहिक बाजार खोलने की अनुमति दी है तो कोविड व सरकार की गाइड लाइनों का पालन किया जाएगा। दिल्ली जन कल्याण रेहड़ी पटरी, साप्ताहिक बाजार फेडरेशन के अध्यक्ष सागर यादव का कहना है कि बाजारों में सोशल डिस्टेंस के साथ सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।

द्वारका में साप्ताहिक बाजार ना लगने से नाराज समिति
द्वारका तहबाजारी व्यापार समिति के प्रेसिडेंट विजय गुप्ता ने बताया कि कोरोना महामारी व लॉकडाउन का साप्ताहिक बाजार वालों ने सरकार का साथ दिया। अब कोरोना के मामलों में कुछ कमी आने पर उन्होंने दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। जिसमें सोशल डिस्टेंस के साथ साप्ताहिक बाजार लगाए जाने की अपील की थी। लेकिन समिति का कहना है कि अब सरकार ने साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति दी है तो द्वारका का नाम काट दिया है।

जबकि बाजार लगाने की सबसे पहले मांग उन्होंने ही की थी। द्वारका में छह साप्ताहिक बाजार लगते है। लेकिन लिस्ट से द्वारका का नाम ही हटा दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण पिछले पांच महीने से साप्ताहिक बाजार लगाने वाले भुखमरी के कगार पर है।

गाइड लाइन नहीं मानी, तो होगी कार्रवाई : महापौर
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जय प्रकाश का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रकोप अभी भी बना हुआ है। इसी बीच नगर दिल्ली नगर निगम ने सोमवार से ट्रायल बेसिस पर साप्ताहिक बाजार खोलने का फैसला लिया है। महापौर ने कहा कि कोविड-19 व केंद्र व दिल्ली सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक साप्ताहिक बाजारों को खोलने की अनुमति दी गई है। इसके लिए उन्होंने उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आने वाले डीसीपी व थानों के एसएचओ को पत्र लिखा है।

जिसमें संबंधित इलाके मे लगने वाले साप्ताहिक बाजार पर कोविड-19 का पालन हो रहा है या नहीं, इस पर नजर रखेगी। इसके अलावा आरडब्ल्यूए से संपर्क किया है। ये सभी अपने-अपने इलाकों में लगने वाले साप्ताहिक बाजारों पर नजर बनाए रखेंगे।

कोरोना के साथ करना होगा रोजगार : चावला
साउथ एमसीडी में सदन के नेता नरेंद्र चावला ने बताया कोरोना महामारी के कारण लोगों के रोजगार ठप्प हो गए है। भुखमरी जैसी स्थित बनती जा रही है। ऐसे में कोरोना के साथ-साथ लोगों को रोजगार भी ज़रुरत है। उन्होंने कहा कि अभी ट्रायल बेस पर एक सप्ताह के लिए बाजार खोलने की अनुमति है। इन बाजारों के खुलने से कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी होती है तो इनके खोले जाने पर विचार किया जाएगा।

0

Related posts

देशभर में सबसे ज्यादा क्राइम यूपी में दर्ज होते हैं; ड्यूटी में सबसे ज्यादा जान भी यहीं के पुलिसवालों की गई

News Blast

आर्यन ख़ान चार हफ़्ते बाद जेल से आए बाहर

News Blast

बीआरओ ने रिकॉर्ड 3 महीने में लेह के पास 3 पुल बनाए, चीन के ऑब्जेक्शन पर कहा- फर्क नहीं पड़ता, हम अपना काम करते हैं

News Blast

टिप्पणी दें