दैनिक भास्कर
Jul 02, 2020, 06:30 AM IST
नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि के खिलाफ बुधवार को दिल्ली की सभी विधानसभा क्षेत्रों के साथ देशभर में प्रदर्शन किया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने केन्द्र की भाजपा सरकार से पेट्रोल व डीजल की बढ़ी कीमतों को वापस लेने की मांग की। सुबह पार्टी के सभी फ्रंटल पदाधिकारी पार्टी मुख्यालय पर एकत्र हुए और भाजपा कार्यालय पर पहुंच कर प्रदर्शन किया। जहां पुलिस ने आप कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। वहीं, पार्टी कार्यकर्ता अलग-अलग वार्ड के प्रदर्शन में शामिल हुए। इसी तरह, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार से बढ़ी कीमतों को वापस लेने की मांग की।
आप के प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि मोदी सरकार की निष्ठुरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मौजूदा समय में पेट्रोल पर कुल एक्साइज ड्यूटी 32.98 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 31.83 रुपए प्रति लीटर है। नरेंद्र मोदी सरकार ने 2014 में जब सत्ता संभाली थी, उस वक्त पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.48 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपए प्रति लीटर थी। इस तरह, तकरीबन छह साल में पेट्रोल पर एक्साइज में 23.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 28.27 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। पेट्रोल और डीजल के दामों में मोदी सरकार ने बीते 21 दिनों में लगातार वृद्धि की है।
राय ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के बढ़े हुए दामों को मोदी सरकार वापस ले। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें गिर कर 40 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गई है, लेकिन मोदी सरकार है कि कोरोना काल में मुश्किल हालात का सामना कर रहे उद्योगों और आम लोगों को राहत देने के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम नहीं कर रही है।