April 29, 2024 : 7:16 AM
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बेलगाम निगम की अफसरशाही:निगम अफसरों की ज्यादती से परेशान व्यापारी मिला कमिश्नर से, कहा परेशान कर रहे हैं, नहीं हो रही कोई सुनवाई, कर लूंगा आत्महत्या

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फरीदाबाद7 घंटे पहले

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सीएलयू कराने और अवैध निर्माण के लिए इंपाउंड फीस भी जमा कराने की बात बताई। - Dainik Bhaskar

सीएलयू कराने और अवैध निर्माण के लिए इंपाउंड फीस भी जमा कराने की बात बताई।

नगर निगम के तोड़फोड़ ब्रांच के अधिकारियों की ज्यादती से परेशान एक व्यापारी गुरुवार को अपनी दरख्वास्त लेकर निगम कमिश्नर से मुलाकात की। उसने कहा कि यहां के अधिकारी बेवजह परेशान कर रहे हैं। हमारी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। यही हाल रहा तो हम आत्महत्या कर लेंगे। व्यापारी ने अपने बिल्डिंग से संबंधित कागजात भी कमिश्नर को सौंपे। कमिश्नर यशपाल यादव ने कहा कि गलत काम को संरक्षण नहीं दिया जाएगा। इसकी जांच कराई जाएगी। यदि जांच में निगम के अधिकारियों की गलती मिली तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि एसडीओ जीतराम ने जेई योगेश को आदेश दिया कि एनआईटी एक नंबर एफ ब्लॉक और के ब्लॉक में बिल्डिंग को सील करे। क्योंकि ये अवैध रूप से बनाई जा रही है। जेई योगेश बुधवार मौके पर गए और दोनो बिल्डिंग को सील कर दिया। जिसके बाद एनआईटी एक नंबर एफ ब्लॉक के मालिक ज्वाइंट कमिश्नर प्रशांत अटकान से मिले और कहा कि आपके निचले अधिकारी उन्हें परेशान कर रहे हैं। उन्होंने बिल्डिंग का सीएलयू कराने और अवैध निर्माण के लिए नगर निगम के पास इंपाउंड फीस भी जमा कराने की बात बताई। बावजूद निगम अधिकारियों ने बिल्डिंग सील कर दी।

पीड़ित ने अधिकारी पर लगाया शोषण करने का आरोप

पीडि़त व्यापारी राजीव ने गुरुवार को निगम कमिश्नर यशपाल यादव से मिले और बताया कि उनकी तिकोना पार्क के काली मंदिर के पीछे दुकान है। दुकान अभी निर्माणाधीन है। इसकी इपांउड फीस, नक्शे और सीएलयू फीस सारी जमा हो रखी है। साल 2019 में ही इपांउड फीस जमा कराई हुई है। उन्होंने बताया कि नगर निगम एसडीओ की ओर से सीलिंग से पहले नोटिस भी जारी नहीं किया गया। सीधा दुकान को सील कर दिया गया। निगम के निचले अधिकारी शोषण कर रहे हैं। अब मन करता है कि आत्महत्या कर लूं। क्याेंकि यहां कोई सुनने वाला ही नहीं है।

ज्वाइंट कमिश्नर भी उठा चुके हैं सवाल

एसडीओ और जेई की इस कार्रवाई पर ज्वाइंट कमिश्नर प्रशांत अटकान भी सवाल उठा चुके हैं। उनका कहना है कि जहां अवैध निर्माण हो रहे हैं वह दिखाई नहीं देता और जिसने निगम के पैसे जमा करा दिए हैं उसे अवैध बताया जा रहा है। उधर कमिश्नर ने ज्वाइंट कमिश्नर को ही मामले की जांच कर जल्द रिपोर्ट देने को कहा है। कमिश्नर ने बताया कि मामले की जांच के आदेश दिए गए है। अगर गलत ढंग से सीलिंग की गई तो दोषी अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।

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