- इससे पहले कोटक महिंद्रा और इंडसइंड बैंक ग्राहकों को वीडियो के जरिए KYC की परमिशन दे चुके हैं
- इस साल जनवरी में ही आरबीआई ने वीडियो बेस्ड KYC प्रक्रिया को पूरा करने के लिए गाइडलाइंस जारी की थी
दैनिक भास्कर
May 30, 2020, 08:48 AM IST
नई दिल्ली. कोरोना संकट में लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए IDFC फर्स्ट बैंक ने ग्राहकों को वीडियो KYC की सुविधा दी है। अब ग्राहक घर बैठे वीडियो KYC के जरिए सेविंग अकाउंट खोल सकेंगे। खाता खोलने का यह तरीका पूरी तरह से पेपरलेस है। IDFC फर्स्ट बैंक के बचत खाते पर 7 फीसदी का ब्याज मिलता है।
कैसे खोलें आनलाइन अकाउंट
- इसके पहले आपको आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की वेबसाइट https://www.idfcfirstbank.com/ पर जाना होगा।
- वहां पेज खुलने के बाद एक विकल्प सेविंग्स अकाउंट का दिखेगा।
- आपको Saving Accounts- up to 7% p.a. के आप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद एक नया पेज खुलेगा, जिसमे आपको अपना नाम, मोबाइन नंबर और ईमेल आईडी डालकर क्लिक करना होगा।
- नए खुलने वाले पेज पर आपको आधार नंबर डालना होगा और वेरीफाई करना होगा।
- अब आपके सामने एप्लीकेशन फॉर्म होगा, जिसमे पूछी गई सभी जानकारी आपको भरनी होगी।
- इसके बाद आपको आपका फॉर्म भर जाने का प्रीव्यू मिल जाएगा।
- फिर अकाउंट में पैसे ट्रान्सफर करने होंगे। लेकिन अगर आपने जीरो बैलेंस अकाउंट सेलेक्ट किया है तो कोई राशि जमा करने की आवश्यकता नहीं है।
जरूरी डॉक्युमेंट्स
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- 2 पासपोर्ट साइज फोटो
- बर्थ सर्टिफिकेट
इंडसइंड बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक ने दी वीडियो KYC की परमिशन
इंडसइंड बैंक (Indusind Bank) और कोटक महिंद्रा बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए वीडियो के जरिए KYC की परमिशन दी है। इंडसइंड बैंक में इससे बचत खाता खुलवाने औरक्रेडिट कार्ड बनवाया जा सकेगा। इसके अलावा कोटक महिंद्रा बैंक भी ग्राहकों को वीडियो के जरिए KYC की परमिशन दे रहा है। इससे किसी भी जगह से अकाउंट खोलने में आसानी होगी।
इसी साल आरबीआई ने दी थी इसकी परमिशन
इस साल जनवरी में ही आरबीआई ने वीडियो बेस्ड KYC प्रक्रिया को पूरा करने के लिए गाइडलाइंस जारी की थी। इसके पहले बैंकों को रिमोट एरिया में अकाउंट खोलने के लिए आधार डेटा पर निर्भर रहना पड़ता था।
क्या है KYC?
केवाईसी भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संचालित एक पहचान प्रक्रिया है जिसकी मदद से बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाएं अपने ग्राहक के बारे में अच्छे से जान पाती हैं। KYC यानि “नो योर कस्टमर” यानि अपने ग्राहक को जानिये। बैंक तथा वित्तीय कम्पनियां इसके लिए फॉर्म को भरवा कर इसके साथ कुछ पहचान के प्रमाण भी लेती हैं।