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राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, हरियाणा और पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन के चलते टोल वसूली में 600 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने एक रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा कि वाहनों की आवाजाही और टोल को फ्री करने से टोल वसूली पर असर पड़ा है। साथ ही स्टेकहोल्डरों द्वारा लिए गए 9300 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज भी ‘संकट’ में आ गया है।
रिपोर्ट में कहा गया कि आंदोलन से प्रभावित राज्यों में 2020-21 में टोल वसूली में करीब 30-35 फीसदी की गिरावट आ सकती है। जबकि कोरोना महामारी के चलते देश के अन्य हिस्सों में 5-7 फीसदी की कमी आएगी।
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में राष्ट्रीय हाईवे पर स्थित कुल 52 टोल प्लाजा किसान आंदोलन के चलते प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित हुए हैं। इसमें कहा गया है कि इन इलाकों में स्टेट हाईवे प्रोजेक्टों में राजस्व हानि अतिरिक्त बोझ होगा।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, हरियाणा और पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन के चलते टोल वसूली में 600 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने एक रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा कि वाहनों की आवाजाही और टोल को फ्री करने से टोल वसूली पर असर पड़ा है। साथ ही स्टेकहोल्डरों द्वारा लिए गए 9300 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज भी ‘संकट’ में आ गया है।
रिपोर्ट में कहा गया कि आंदोलन से प्रभावित राज्यों में 2020-21 में टोल वसूली में करीब 30-35 फीसदी की गिरावट आ सकती है। जबकि कोरोना महामारी के चलते देश के अन्य हिस्सों में 5-7 फीसदी की कमी आएगी।
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में राष्ट्रीय हाईवे पर स्थित कुल 52 टोल प्लाजा किसान आंदोलन के चलते प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित हुए हैं। इसमें कहा गया है कि इन इलाकों में स्टेट हाईवे प्रोजेक्टों में राजस्व हानि अतिरिक्त बोझ होगा।
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