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- After Jio Platform And Reliance Retail, Mukesh Ambani Plans To Enter ‘smart Electricity Meter’ Business
नई दिल्ली2 घंटे पहले
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- जियो प्लेटफॉर्म इन सेवाओं को नैरो बैंड इंटरनेट ऑफ थिंग्स (एनबीआईओटी) के जरिए देगी
जियो प्लेटफॉर्म और रिलायंस रिटेल के लिए कई अरब डॉलर की डील साइन करने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज की नजर अब स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी मीटर के बाजार पर है। कंपनी अब मीटर डाटा, कम्युनिकेशन कार्ड, टेलीकॉम और क्लाउड होस्टिंग सेवाएं पावर होस्टिंग कंपनियों को देना चाहती है।
यह इस सेक्टर का दुनिया का सबसे बड़ा प्रोग्राम है
कंपनी का एडवांस्ड मीटरिंग इंफ्रा (एएमआई) बिजनेस इलेक्ट्रिसिटी स्मार्ट मीटरिंग प्रोग्राम के समय आया है। यह इस सेक्टर का दुनिया का सबसे बड़ा प्रोग्राम है। जियो प्लेटफॉर्म इन सेवाओं को नैरो बैंड इंटरनेट ऑफ थिंग्स (एनबीआईओटी) के जरिए देगी। एनबीआईओटी एक लो पावर वाइड एरिया टेक्नोलॉजी है जो नए आईओटी डिवाइसेस और सेवाओं को अलग प्रकार से कनेक्ट करती है। यह पावर खपत, सिस्टम कैपेसिटी को बिल्ड करने और स्पेक्ट्रम एफिशिएंसी में मदद करती है।
स्मार्ट मीटरिंग बाजार पर कब्जा
मिंट के मुताबिक इस प्रोजेक्ट से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि रिलायंस द्वारा दी जा रही सर्विसेज में मीटर डेटा कलेक्शन, कम्यूनिकेशन कार्ड, टेलीकॉम और क्लाउड होस्टिंग जैसी चीजें शामिल हैं। जियो प्लेटफाॅर्म में क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा एनालिटिक्स, AI और मशीन लर्निंग सहित प्रमुख नेक्सट-जेन टेक्नोलाॅजी का विकास किया गया है, यह रिलायंस के लिए स्मार्ट मीटरिंग बाजार पर कब्जा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
स्मार्ट मीटर क्या है ?
स्मार्ट मीटर एक ऐसा मीटर है, जिसे रिचार्ज करने के बाद ही आप बिजली का इस्तेमाल कर पाएंगे। जैसे आपको किसी से बात करने के लिए अपना फोन रिचार्ज कराना होता है, ठीक उसी प्रकार से आपको बिजली का इस्तेमाल करने के लिए अपने मीटर को रिचार्ज करना होगा और यदि आपके मीटर का रिचार्ज खत्म हो जाएगा, तो आपके घर की बिजली भी गुल हो जाएगी और दोबारा रिचार्ज करने के बाद आपके यहां फिर से बिजली आ जाएगी। बता दें कि देश में हो रही बिजली की खपत के कारण देश की सरकार ने एक बड़ा फैसला करते हुए, सभी के घरों में नॉर्मल मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाने का निर्देश जारी कर दिया है।