दैनिक भास्कर
Jul 05, 2020, 04:00 AM IST
जावरा. शिव आराधना का माह सावन 6 जुलाई से शुरू होगा। कोविड-19 के कारण पहली बार शिवालयों में व्यवस्थाएं पूरी तरह से बदली हुई नजर आएंगी। कल पहला सावन सोमवार है और श्रद्धालु शिव दर्शन करने मंदिर जाएंगे लेकिन उन्हें गर्भगृह में प्रवेश नहीं मिलेगा। दूर से ही दर्शन करने की व्यवस्था रहेगी। शिवलिंग पर सीधे जल चढ़ाने पर रोक है इसलिए मंदिर समितियां दूरे से पाइप लगाकर जलाभिषेक की व्यवस्था करेंगी।
श्रीजागनाथ महादेव मंदिर समेत जहां ज्यादा श्रद्धालु जुटते हैं, वहां एक से अधिक पाइप लगाएंगे ताकि एक ही जगह भीड़ नहीं लगे और डिस्टेंसिंग के साथ श्रद्धालु शिव आराधना कर सकें। हर साल आखिरी सावन सोमवार को श्रीजागनाथ महादेव की शाही सवारी निकलती है लेकिन इस बार आखिरी सोमवार 3 अगस्त को रक्षाबंधन है इसलिए समिति ने चौथे सोमवार 27 जुलाई को ही सवारी निकालने का निर्णय लिया है। तहसीलदार नित्यानंद पांडेय ने बताया सवारी में भी केवल पुजारी, आयोजन समिति सदस्य एवं प्रशासनिक व्यवस्था में जुटे अधिकारी-कर्मचारी ही शामिल होंगे। आम श्रद्धालु इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे। आयोजन समिति चाहे तो सोशल मीडिया के जरिए लाइव दर्शन की व्यवस्था कर सकती है। बाकी जिस रूट से सवारी गुजरेगी, वहां के लोग गैलरी या घर के बाहर से दर्शन कर सकेंगे। प्रशासन यह भी प्रयास कर रहा है कि किसी शिवभक्त के सहयोग से मंदिर के बाहर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाएं ताकि मंदिर में प्रवेश करे बगैर ही सभी दर्शन कर सकें। तहसीलदार ने इन सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए मंदिर समिति सदस्यों की बैठक भी ली है।
नगर में ये हैं प्रमुख शिव मंदिर
जागनाथ महादेव मंदिर पुलबाजार, पिपलेश्वर महादेव पिपलीबाजार, अमरनाथ महादेव मंदिर गीता भवन, लंकेश्वर महादेव मंदिर पुराना दशहरा मैदान, मंशापूर्ण स्थित शिव मंदिर, चौपाटी बस स्टैंड स्थित शिव मंदिर, कोर्ट परिसर शिव मंदिर, बटालियन शिव मंदिर, जवाहर नगर शिव मंदिर, मठ स्थित शिव मंदिर।
पूरे सावन मंदिरों में ऐसी रहेगी व्यवस्था
- श्रीजागनाथ महादेव मंदिर समेत सभी शिवालयों में डिस्टेंसिंग के साथ दूर से दर्शन की छूट रहेगी।
- किसी भी मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश नहीं मिलेगा।
- मंदिर परिसर में बैठने की अनुमति नहीं है।
- मंदिरों के ठीक बाहर फूल, माला की दुकानें नहीं लगेंगी।
- मंदिरों में भंडारे या सामूहिक प्रसादी की अनुमति नहीं है।
- डीजे व बैंडबाजे पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे।
- मंदिरों में भज- कीर्तन मंडली प्रतिबंधित रहेगी।
- सैनिटाइजर, डिस्टेंसिंग, मास्क का पालन जरूरी है।