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- Petrol Demand Rises To Pre Pandemic Level Sales Up 2 Pc In September Over Same Period Last Year
नई दिल्ली14 घंटे पहले
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लॉकडाउन में आर्थिक गतिविधियां रुकने से घट गई थी पेट्रोल-डीजल की मांग
- मार्च के आखिर में लॉकडाउन लगने के बाद पहली बार पेट्रोल की बिक्री पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले बढ़ी
- डीजल की बिक्री साल-दर-साल आधार पर 7% गिरी, लेकिन अगस्त 2020 के मुकाबले यह 22% ज्यादा है
देश में पेट्रोल की बिक्री सितंबर में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 2 फीसदी बढ़ी। मार्च के आखिर में लॉकडाउन लगाए जाने के बाद पहली बार पेट्रोल की बिक्री पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले बढ़ी है। इसका मतलब यह है कि पेट्रोल की मांग कोरोना संकट से पहले वाले स्तर पर पहुंच गई।
सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियों के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक डीजल की बिक्री अब भी सामान्य से नीचे है। लेकिन पिछले महीने की तुलना में डीजल की बिक्री बढ़ रही है। देश के तेल बाजार पर 90 फीसदी से ज्यादा कब्जा सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) का ही है।
अगस्त के मुकाबले 10.5 फीसदी ज्यादा बिका पेट्रोल
सितंबर में पेट्र्रोल की बिक्री पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 2 फीसदी और अगस्त 2020 के मुकाबले 10.5 फीसदी ज्यादा रही। डीजल की बिक्री में गिरावट जारी है। साल-दर-साल आधार पर डीजल की बिक्री 7 फीसदी गिरी, लेकिन अगस्त 2020 के मुकाबले यह 22 फीसदी ज्यादा है।
25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था
कोरोनावायरस महामारी की रोकथाम के लिए 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था। इसके कारण आर्थिक गतिविधियां लगभग पूरी तरह से रुक गई थी और पेट्रोल डीजल की मांग में भी भारी गिरावट आई थी। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक है।
सितंबर में पेट्र्रोल 22 लाख टन और डीजल 48.4 लाख टन बिका
सितंबर में 22 लाख टन पेट्रोल बिका। पिछले साल की समान अवधि में ये 21.6 लाख टन था और अगस्त 2020 में यह 19 लाख टन था। इस दौरान डीजल 48.4 लाख टन बिका, जो सितंबर 2019 में 52 लाख टन और इस साल अगस्त में 39.7 लाख टन बिका था।
निजी वाहन का इस्तेमाल बढ़ने से पेट्रोल की बिक्री बढ़ रही है
इस सप्ताह के शुरू में भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के डायरेक्टर (मार्केटिंग) अरुण कुमार सिंह ने कहा था कि निजी वाहन का उपयोग बढ़ने से पेट्रोल की बिक्री बढ़ रही है। डीजल की बिक्री इसलिए कम है, क्योंकि स्कूल बस और सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल काफी कम हो रहा है।
विमान ईंधन की बिक्री अब भी गिरावट के दायरे में
सितंबर में विमान ईंधन की बिक्री साल-दर-साल आधार पर 54 फीसदी गिरी, जबकि अगस्त 2020 के मुकाबले यह 22.5 फीसदी ज्यादा रही। रसोई गैस एलपीजी की बिक्री साल-दर-साल आधार पर 5 फीसदी बढ़कर 22.8 लाख टन रही, जबकि माह-दर-माह आधार पर यह 3.5 फीसदी बढ़ी।
त्योहारी सीजन के कारण अक्टूबर में ईंधन की बिक्री और बढ़ने की उम्मीद
गौरतलब यह भी है कि अगस्त में कारों की बिक्री साल-दर-साल आधार पर 14 फीसदी बढ़ गई। दोपहिया वाहनों की बिक्री में भी 3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। त्योहारी सीजन शुरू होने के कारण अक्टूबर में ईंधन की मांग में और बढ़ोतरी हो सकती है।