- यूजी और पीजी प्रोग्राम के आखिरी वर्ष के स्टूडेंट्स की परीक्षा जुलाई में होगी
- पीएचडी, एमफिल स्कॉलर्स को डिग्री पूरी करने और थीसिस जमा करने के लिए छह महीने का एक्सट्रा टाइम मिलेगा
दैनिक भास्कर
May 01, 2020, 10:28 AM IST
देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच सरकार ने देश के सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में परीक्षा और एकेडमिक कैलेंडर 2020 के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। जारी गाइडलाइन के मुताबिक यूनिवर्सिटीज का नया शैक्षणिक सत्र इस बार दो माह की देरी से सितंबर में शुरू होगा। वहीं, यूजी और पीजी प्रोग्राम के डिग्री प्रोग्राम के आखिरी वर्ष के छात्रों की परीक्षा जुलाई में होगी। जबकि हालात ठीक न होने पर पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों को पूर्व सेमेस्टर के 50 फीसदी अंक और इंटरनल असेसमेंट के 50 फीसदी अंक के आधार पर ग्रेड मिलेंगे।
हफ्ते में छह दिन होगी पढ़ाई
सभी संस्थान यूजीसी गाइडलाइन के तहत काम करेंगे, लेकिन वे इन गाइडलाइन में बदलाव कर भी सकते हैं। गाइडलाइन के जारी होने के बाद विश्वविद्यालयों को अपने एकेडमिक कैलेंडर के आधार पर जल्दी ही ऑनलाइन, ऑफलाइन या पेपर-पेन आधारित परीक्षा करवानी होगी। इसके साथ ही विश्वविद्यालय में पांच की बजाय छह दिन ही पढ़ाई होगी। वहीं, जिन छात्रों को ग्रेड देकर प्रमोट किया जाएगा, वे हालात सामान्य होने के बाद संस्थान खुलने पर दोबारा सेमेस्टर परीक्षा दे सकते हैं। जिन शहरों या जिलों में हालात ठीक हैं, वहां पर पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों की जुलाई में परीक्षा होगी।
पीएचडी, एमफिल स्कॉलर्स को छह महीने का अतिरिक्त समय
इसके साथ ही पीएचडी, एमफिल स्कॉलर्स को डिग्री पूरी करने और थीसिस जमा करने के लिए छह महीने का एक्सट्रा टाइम दिया जाएगा। साथ ही थीसिस जमा करने और दाखिले के लिए वाइवा गूगल, स्काइप, माइक्रोसॉफ्ट तकनीक या फिर वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए होगी। वहीं, 75 फीसदी कोर्स फेस टू फेस क्लासेस पूरा कर सकते हैं, लेकिन 25 फीसदी शनिवार या रविवार को घर बैठे ऑनलाइन क्लास में पूरा करना होगा। इसके लिए टीचर्स को वीडियो कांफ्रेसिंग से जुड़ना सिखाया जाए।
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