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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से तैयार किया एंटीबायोटिक हेलिसिन, यह ई-कोली जैसे जानलेवा बैक्टीरिया को खत्म करेगा

  • अमेरिका के मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने बनाया पावरफुल मॉलीक्यूल हेलिसिन
  • शोधकर्ताओं का दावा, मैन्युअल के मुकाबले एआई की मदद से तेजी से एंटीबायोटिक बन सकते हैं

दैनिक भास्कर

Feb 21, 2020, 08:00 PM IST

हेल्थ डेस्क. वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से ऐसी एंटीबायोटिक तैयार की है जिससे दुनिया के चुनिंदा खतरनाक और ड्रग रेसिस्टेंट बैक्टीरिया को खत्म किया जा सकेगा। इसे अमेरिका के मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) ने तैयार किया है। जर्नल सेल में प्रकाशित शोध के मुताबिक, वैज्ञानिकों हेलिसिन का नाम मॉलिक्यूल तैयार किया है। यह काफी पावरफुल है जो ई-कोली बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए बेहतर साबित होगा। 

चूहों पर हुआ प्रयोग

प्रोफेसर जेम्स कॉलिन के मुताबिक, हेलिसिन का इस्तेमाल फिलहाल चूहों पर हुआ है जल्द ही इंसानों पर इसका ट्रायल किया जाएगा। बैक्टीरिया पर एंटीबायोटिक का असर घट रहा है, ऐसे में हम एआई की मदद से ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार कर रहे हैं जिससे नए किस्म की दवा खोजी जा सके। 

एआई से ड्रग बनाने में तेजी मिलेगी

शोधकर्ताओं का कहना है कि मैन्युअल काम के मुकाबले से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से काम कम समय में ज्यादा बेहतर काम किया जा सकता है। इससे कुछ ही दिनों में 10 करोड़ से अधिक ऐसे रसायनों की जांच की जा सकती है जो बैक्टीरिया को खत्म कर सकते हैं। 

कम कीमत वाली दवा तैयार करने की कोशिश

वैज्ञानिक एआई का इस्तेमाल करके दवाओं की कीमत को कम करने के साथ ऐसी मार्केट भी तैयार कर रहे जहां से जटिल बीमारियों का इलाज भी संभव हो सके। शोधकर्ताओं का कहना है कि एल्गोरिदिम की मदद से नए एंटीबायोटिक कम्पाउंड को पहचानना आसान है जो 30 दिन तक रेसिस्टेंस नहीं डेवलप होने देता। 

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