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कोरोन ट्रैकिंग ऐप आरोग्य सेतु लॉन्च, संक्रमित व्यक्ति के नजदीक जाते ही अलर्ट करेगा, संक्रमण से बचने के लिए टिप्स देगा

  • ऐप यूजर के स्मार्टफोन ब्लूटूथ और लोकेशन ट्रैक कर काम करता है
  • यह 11 भाषाओं में काम करता है, इसे एंड्रॉयड और आईओएस यूजर इस्तेमाल कर सकेंगे

दैनिक भास्कर

Apr 02, 2020, 03:34 PM IST

नई दिल्ली. कोरोना के बारे में लोगों तक सही और सटीक जानकारी देने के लिए भारत सरकार ने नई ऐप आरोग्य सेतु को ऑफिशियली लॉन्च कर दिया है। इसे एंड्रॉयड और आईओएस दोनों यूजर इस्तेमाल कर सकेंगे। इसे इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मिनिस्ट्री के अंतर्गत आने वाली राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र ने तैयार किया है। इस ऐप के जरिए कोरोनावायरस या कोविड-19 को लेकर यूजर तक न सिर्फ सटीक और सही जानकारियां पहुंचाई जाएंगी बल्कि उन्हें किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी रोका जा सकेगा।

आरोग्य सेतु ऐप का इंटरफेस

कैसे काम करेगा ऐप

आरोग्य सुते जिसका संस्कृत में अर्थ है हेल्थ ब्रिज। ऐप में एक चैटबॉट भी है, जिसमें यूजर को कोरोना महामारी से जुड़े सवालों के सही जवाब देते हैं। इसके जरिए न सिर्फ यूजर अपने अंदर कोरोना के लक्षणों की पहचान कर सकेंगा बल्कि ऐप यह भी पता लगाता है कि जाने-अनजाने में यूजर किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आया। इसके आधार पर यह यूजर को अगला कदम उठाने की सलाह देती है। अगर यूजर ‘हाई रिस्क’ एरिया में हैं तो ऐप उसको कोरोना वायरस टेस्ट कराने, हेल्पलाइन पर फोन करने और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाने के लिए सलाह देती है। इसके लिए ऐप को कोरोना पीड़ितों के डेटाबेस से जोड़ा गया है, हालांकि यह धीरे-धीरे ऐप खुद का डेटाबेस भी तैयार करेगा। ऐप यूजर को इस महामारी से बचाने के टिप्स देती है बल्कि संक्रमित पाए जाने पर सरकार तक जानकारी पहुंचाती है।

11 भाषाओं को सपोर्ट करेगा
कोरोना ट्रैकर ऐप आरोग्य सेतु फिलहाल 11 भाषाओं में काम करेगा जिसमें हिंदी और अंग्रेजी भी शामिल हैं। यह ब्लूटूथ और लोकेशन एक्सेस कर काम करता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले यूजर को मोबाइल नंबर से ऐप में रजिस्टर्ड होना होगा। इसके बाद ऐप यूजर से कुछ निजी जानकारियां मांगेगा जोकि ऑप्शनल है। प्राइवेसी के बात करें तो सरकार का दावा है कि ऐप पर सभी महत्वपूर्ण जानकारियां इनक्रिप्टेड फॉर्म में स्टोर होंगी और किसी थर्ड पार्टी वेंडर के साथ इन्हें शेयर नहीं की जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय के लाइव ट्वीट भी देख सकेंगे
ऐप के होम स्क्रीन पर पहुंचने पर यह यूजर को लोकेशन के जरिए बताएगा कि वह सेफ जगह पर है या नहीं। एंड्रॉयड यूजर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा किए गए लाइव ट्वीट भी देख सकेंगे। हालांकि एंड्ऱ़ॉयड और एपल दोनों ही वर्जन में लगभग एक जैसे फीचर्स मिलेंगे, जिसमें कोरोना से जुड़ी एडवायजरी भी शामिल हैं।

पिछले हफ्ते आई रिपोर्ट के मुताबिक नीति आयोग भी कोरोना ट्रैकर ऐप पर काम कर रहा है, जिसका नाम कोविन-20 है। नेक्स्ट वेब का दावा है कि आरोग्य सेतु ऐप कोविन-20 का ही फाइनल वर्जन है। इसके अलावा भी कई राज्य सरकारें कोरोना ट्रैकिंग ऐप लॉन्च कर चुकी है ताकि लोग सतर्क रहें और इस वायरस से जल्द से जल्द निपटा जा सके। 

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