- इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कोरोना के मामले कंट्रोल करने के लिए नई गाइडलाइन जारी की
- गाइडलाइन के मुताबिक, संक्रमित शख्स से सीधे संपर्क में आए बिना लक्षण वाले लोग भी जांच कराएं
दैनिक भास्कर
Mar 21, 2020, 05:13 PM IST
हेल्थ डेस्क. कोरोनावायरस को कंट्रोल करने के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने नई गाइडलाइन जारी की है। शुक्रवार रात को जारी एडवाइजरी में बताया कोरोना पीड़ित के सम्पर्क में आए लोगों को लक्षण न दिखने के बावजूद अगले 5-14 दिन में अंदर जांच कराने की जरूरत है। आईसीएमआर ने 5 ऐसी स्थितियां बताई हैं जब तत्काल जांच कराने की जरूरत है।
इन लोगों को जांच जरूर करानी चाहिए
#1) ऐसे लोग जिन्होंने पिछले 14 दिन में विदेश यात्रा की है और फीवर, खांसी, सांस लेने में तकलीफ जैसी का सामना कर रहे हैं।
#2) किसी कोरोना मरीज से मिले हैं तो लक्षण न दिखने के बावजूद उससे सम्पर्क के 5 से 4 दिन के अंदर जांच जरूर कराएं।
#3) ऐसे स्वास्थ्य कर्मी जो कोरोना के मरीजों की देखभाल कर रहे हैं उनमें वायरस से संक्रमण होने की आशंका है।
#4) ऐसे मरीज जो सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री सिंड्रोम इंफेक्शन के कारण हॉस्पिटल में भर्ती हैं, पहले बुखार आ चुका है। शरीर का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक है और पिछले 10 से ज्यादा खांसी से जूझ रहे हैं।
#5) ऐसे लोग जो कोरोना से पीड़ित मरीजों और इनकी देखभाल करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के घर या बिल्डिंग में रह रहें हैं तो सावधानी नहीं बरत रहे हैं। इन्हें जांच की जरूरत है भले लक्षण दिखें या नहीं।
कम्युनिटी ट्रांसमिशन के नहीं मिले प्रमाण
आईसीएमआर के डायरेक्टर-जनरल बलराम भार्गव के मुताबिक, किसी भी भीड़ में औचक जांच-निरीक्षण के दौरान कोरोना का कोई मामला नहीं मिला है। यानी वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं।
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