- अब्दुल रज्जाक के मुताबिक, पंड्या अच्छे क्रिकेटर हैं, लेकिन वर्ल्ड क्लास ऑलराउंडर बनने के लिए उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से और मजबूत होना होगा
- रज्जाक ने कहा- जब आप ज्यादा पैसा कमाने लगते हैं तो रिलेक्स हो जाते हैं, इसका आपके खेल पर असर पड़ता है
दैनिक भास्कर
May 01, 2020, 04:59 PM IST
पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर अब्दुल रज्जाक ने कहा कि हार्दिक पंड्या की पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव से तुलना करना जल्दबाजी होगी। रज्जाक के मुताबिक, कपिल देव और इमरान खान क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं। पंड्या इनके आस-पास भी नहीं है। मैं भी ऑलराउंडर था, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि मैं इमरान भाई से तुलना करने लगूं। कपिल पाजी और इमरान भाई अलग लीग में थे। पंड्या को वर्ल्ड क्लास क्रिकेटर बनने के लिए अभी काफी मेहनत करने की जरूरत है।
पाकिस्तान के इस पूर्व ऑलराउंडर ने न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा कि पंड्या अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन वे और बेहतर ऑलराउंडर बन सकते हैं। यह सिर्फ मेहनत से होगा। जब आप खेल को ज्यादा वक्त नहीं देते हैं, तो इसका आपकी काबिलियत पर असर पड़ता है। पंड्या को शारीरिक और मानसिक रूप से और मजबूत बनना होगा। आप देख सकते हैं कि वे लगातार चोटिल हो रहे हैं। पिछले साल ही उन्हें बैक सर्जरी करानी पड़ी। जब आप ज्यादा पैसा कमाने लगते हैं तो खेल को लेकर थोड़ा रिलेक्स हो जाते हैं। हर खिलाड़ी के लिए यह एक जैसा ही होता है। मोहम्मद आमिर ने भी कामयाब होने के बाद उतनी मेहनत नहीं की, जिसका असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा।
बुमराह को लेकर दिए बयान को गलत समझा गया
रज्जाक ने पिछले साल जसप्रीत बुमराह को लेकर दिए बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि बुमराह से मेरी कोई व्यक्तिगत नाराजगी नहीं है। मैं उनकी तुलना ग्लेन मैक्ग्रा, वसीम अकरम, शोएब अख्तर जैसे गेंदबाजों से कर रहा था। क्योंकि इनका सामना करना बल्लेबाजों के लिए ज्यादा मुश्किल था। लेकिन मेरे बयान को गलत समझा गया। मुझे लगता है कि बुमराह वर्ल्ड क्लास गेंदबाज बनने की राह पर हैं। लेकिन हमारे वक्त गेंदबाज आज के मुकाबले ज्यादा बेहतर थे। इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है। दरअसल, पाकिस्तान के इस पूर्व ऑलराउंडर ने दूसरे गेंदबाजों की तुलना में बुमराह को ‘बेबी बॉलर’ कहा था। उनके इस बयान पर काफी विवाद हुआ था।
पिछले कुछ सालों में क्रिकेट का स्तर गिरा
पाकिस्तान के इस ऑलराउंडर ने कहा कि पिछले कुछ सालों में क्रिकेट का स्तर गिरा है। आज के गेंदबाजों का सामना करने में बल्लेबाज दबाव महसूस नहीं करते। यह क्रिकेट का बुरा दौर है। हम विश्वस्तरीय खिलाड़ी पैदा नहीं कर रहे हैं, जैसे कि 10-15 साल पहले होते थे। तब सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली जैसे खिलाड़ी थे। वे ऐसे थे कि दुनिया की किसी भी टीम में जगह बना लेते।
‘भारत का वर्ल्ड कप में हमारे खिलाफ जीत का सिलसिला जारी रहेगा’
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबले को लेकर रज्जाक ने कहा कि 90 के दशक में हमारी टीम मजबूत हुआ करती थी। लेकिन पिछले कुछ सालों में भारत का पलड़ा हम पर भारी रहा है। टीम इंडिया 7 बार वर्ल्ड कप में हरा चुकी है। मुझे लगता है कि भारत का यह रिकॉर्ड आगे भी कायम रहेगा। क्योंकि भारतीय टीम दबाव का सामना करने में हमसे बेहतर है।