- आईओए ने खेल मंत्रालय से खिलाड़ियों को साई सेंटर में ट्रेनिंग करने देने का अनुरोध किया है
- लॉकडाउन के बाद से ही पटियाला और बेंगलुरु के सेंटर्स पर खिलाड़ी ट्रेनिंग नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें कमरे से निकलने की मनाही है
दैनिक भास्कर
May 02, 2020, 09:14 PM IST
इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने खेल फेडरेशनों को कहा है कि वह अपने यहां नियुक्त हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर और कोच के कॉन्ट्रैक्ट को 2022 तक बढ़ा दें, ताकि 2021 ओलिंपिक और 2022 में होने वाले एशियन गेम्स की तैयारी में अभी से खिलाड़ी जुट सकें।
कई खेलों के कोच का कॉन्ट्रैक्ट इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक तक ही था। लेकिन कोरोनावायरस की वजह से अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ और जापान सरकार ने ओलिंपिक को एक साल के लिए बढ़ा दिया। ऐसे में भारतीय टीम को तैयार कर रहे कोच का करार खत्म होने से ओलिंपिक और एशियन गेम्स की तैयारियों पर असर पड़ेगा।
कोच का करार खत्म होने से ओलिंपिक की तैयारियां प्रभावित होंगी
2024 ओलिंपिक गेम्स के कई इवेंट का क्वालिफिकेशन 2022 में होने वाले कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स को रखा गया है। साथ ही, खेल मंत्रालय ने भी 2024 ओलिंपिक के लिए ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी के क्वालिफाई करने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में कोचों और हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर के हट जाने पर उस लक्ष्य पर असर पड़ेगा।
खिलाड़ियों को साई सेंटर में प्रैक्टिस की मंजूरी दी जाए: आईओए
नरेंद्र बत्रा ने खेल मंत्रालय से मांग की है कि वह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सेंटर्स में प्रैक्टिस की इजाजत दे। कोरोनावायरस की वजह से खिलाड़ी साई सेंटर के अंदर भी अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं। इन्हें कमरों से बाहर निकलने की मनाही है। ऐसे में फील्ड स्पोर्ट्स से जुड़े खिलाड़ी चाहकर भी प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं। बत्रा ने कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले भी खिलाड़ियों को अभ्यास करने की छूट देने का अनुरोध किया था। लेकिन खेल मंत्रालय से सकारात्मक जवाब नहीं मिला।