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10 साल बाद बन रहा है गुरुवार को पूर्णिमाा का संयोग; सूर्य रहेगा उच्च राशि में, शुक्र-शनि होंगे अपनी ही राशि में
दैनिक भास्कर
May 07, 2020, 01:57 AM IST
7 मई गुरुवार यानी आज वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि है। इस साल ये पर्व खास रहेगा। काशी के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्रा के अनुसार इस बार वैशाख पूर्णिमा पर एक ग्रह उच्च राशि में और 2 ग्रह अपनी ही राशि में रहेंगे। इनके अलावा तिथि, वार और नक्षत्रों का भी शुभ संयोग बन रहा है। इस बार वैशाख पूर्णिमा पर गुरुवार का विशेष संयोग बनने से ये पर्व और खास हो गया है।
- इससे पहले ऐसी स्थिति 2010 में बनी थी। जब गुरुवार को वैशाख पूर्णिमा पर्व मनाया गया। अब 2024 में ये संयोग बनेगा। ग्रह-नक्षत्र और शुभ संयोग के प्रभाव से वैशाख पूर्णिमा पर स्नान, दान और पूजा-पाठ का विशेष फल मिलेगा।
नक्षत्र और ग्रहों की स्थिति: 4 शुभ योग
गुरुवार को पूर्णिमा तिथि होने से सिद्धि योग बन रहा है। इसके साथ ही स्वाति नक्षत्र में चंद्रमा के होने से स्थिर नाम का एक और शुभ योग बन रहा है। ग्रहों की स्थिति भी इस दिन शुभ रहेगी। सूर्य उच्च राशि में बुध के साथ बुधादित्य योग बना रहा है। शुक्र और शनि अपनी ही राशि में रहेंगे। सूर्य और चंद्रमा का समसप्तक योग बनने से इस दिन किए गए काम पूरे हो जाते हैं। नक्षत्र और ग्रहों की इस स्थिति से स्नान, दान और पूजा-पाठ का विशेष फल मिलेगा।
सूर्य का उच्च राशि में बुधादित्य योग
पं. मिश्रा बताते हैं कि पूर्णिमा पर सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में होने से गंगा सहित अन्य 6 पवित्र नदियों में स्नान और पितरों का पूजन करने से कई गुना अधिक पुण्य फल मिलेगा। इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर नहा लेना चाहिए। महामारी के चलते नदियों और घाट पर स्नान करने से बचना चाहिए। इसलिए घर पर ही पानी में गंगाजल या अन्य पवित्र नदी का जल मिलाकर नहा लेना चाहिए। वैशाख पूर्णिमा पर इस तरह किए गए स्नान से पूरे महीने तीर्थ स्नान करने का फल मिलता है।
सौभाग्य और आरोग्य बढ़ाने के लिए दान
27 नक्षत्रों में स्वाति नक्षत्र दान में पुण्य प्रदान करने वाला है। इसके अधिपति वायु देव है और इसका स्वामी राहु है। इसी तरह सिद्धि योग के अधिपति गणेश हैं जो कि हर प्रकार के कार्य में सिद्धि प्रदान करने वाले हैं। इस पर्व पर तुला राशि में चंद्रमा होने से वैभव में वृद्धि होगी और इस दिन स्नान कर के जल, घट और सफेद चीजों का का दान करना शुभ रहेगा। इस तरह दान करने से सौभाग्य बढ़ता है और आरोग्य भी मिलता है। वैशाख महीने की पूर्णिमा पर किए गए दान से पूरे महीने किए गए दान जितना पुण्य मिलता है।
वैशाख पूर्णिमा पर क्या करें
पूर्णिमा तिथि में यज्ञ, वास्तु पूजा, गृह-प्रवेश, विवाह, घर या कोई बिल्डिंग बनाने की शुरुआत, ज्वैलरी खरीदना, देव-प्रतिष्ठा जैसे मांगलिक काम करने चाहिए। इसके साथ ही गुरुवार होने से जरूरतमंद लोगों को भोजन, कपड़े और जल का दान खासतौर से करना चाहिए। इनके साथ ही इस दिन व्रत रखें और भगवान विष्णु की पूजा करें। इस पर्व पर गाय को खाने की चीजें और पूरे दिन की घास या चारा दान करें।