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हाईब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोगियों में कोरोना का संक्रमण होने पर अधिक देखभाल की जरूरत: आईसीएमआर

दैनिक भास्कर

Mar 31, 2020, 03:50 PM IST

हेल्थ डेस्क. क्या हाईब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोग के मरीजों को कोरोनावायरस से संक्रमण का खतरा ज्यादा है, क्या ब्लड प्रेशर की दवाएं संक्रमण की गंभीरता को बढ़ाती हैं, ऐसे ही कई सवालों के जवाब इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने दिए हैं। जानिए उनके जवाब….

#1) हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोगियों को कोरोनावायरस का खतरा ज्यादा है?

आईसीएमआर : नहीं, सामान्य लोगों के मुकाबले हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोगियों को कोरोनावायरस  से संक्रमण का खतरा अधिक नहीं है।

#2) क्या कोरोना का संक्रमण होने पर हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोगियों की हालत ज्यादा नाजुक हो जाती है?

आईसीएमआर : कोरोना से संक्रमित 80 फीसदी मरीजों में आमतौर पर बुखार, गले मेंं तकलीफ और खांसी के माइल्ड लक्षण दिखते हैं। ऐसे मामलों में मरीज पूरी तरह से रिकवर हो जाता है। लेकिन हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोग के कुछ मरीजों में स्थिति नाजुक हो सकती है। कॉम्प्लिकेशन बढ़ सकते हैं। ऐसे मरीजों को अधिक देखभाल की जरूरत होती है।

#3) क्या  डायबिटीज के रोगियों को कोरोनावायरस संक्रमण का खतरा अधिक है?

आईसीएमआर: आमतौर पर जिन रोगियों का ब्लड शुगर अनियंत्रित रहता है उनमें हर तरह का संक्रमण होने की आशंका ज्यादा रहती है। ऐसे में खानपान का विशेष ध्यान रखें और रूटीन में एक्सरसाइज जरूर शामिल करें। डायबिटीज से जुड़ी दवाएं समय पर लें ताकि ब्लड शुगर कंट्रोल में रहे। ऐसी रोगियों में संक्रमण होने पर अधिक देखभाल की जरूरत होती है, थोड़ी-थोड़ी देर पर उनका ब्लड शुगर मॉनिटर करना पड़ता है।

#4) क्या ब्लड प्रेशर की दवाएं संक्रमण की गंभीरता को बढ़ाती हैं?

आईसीएमआर: अब की रिसर्च में ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला जो साबित करे कि ब्लड प्रेशर की दवाएं संक्रमण की गंभीरता को बढ़ावा देती हैं।  ये दवाएं ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करके हार्ट फेल्योर से बचाती हैं। कोरोनावायरस के संक्रमण के दौरान खुद से ये दवाएं बंद करना समस्या को गंभीर जरूर बना सकता है। इससे हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए ब्लड प्रेशर की दवाएं न बंद करें।

#5) शरीर में दर्द या फीवर होने पर क्या करें?

आईसीएमआर : ऐसी स्थिति में आइबूप्रोफेन जैसे नॉन-स्टीरॉयडल एंटी इंफ्लेमेट्री ड्रग लेने से बचें। ऐसे ड्रग कोरोनावायरस के संक्रमण को और गंभीर बना सकते हैं। साथ ही दिल और किडनी दोनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। संक्रमण का खतरा महसूस होने पर पैरासिटामॉल लेना सुरक्षित है। ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करें। स्मोकिंग और अल्कोहल से बचें। खाने में ऐसे फल और सब्जियां लें जिनमें फायबर और प्रोटीन अधिक हों।

#6) कौन से लक्षण हैं जो कोरोनावायरस के संक्रमण की ओर इशारा करते हैं?

आईसीएमआर : अगर आपको बुखार, खांसी, मांसपेशियों में दर्द, सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो डॉक्टरी सलाह लें। ये लक्षण वायरस के संक्रमण की ओर इशारा करते हैं। लक्षण पता चलने के 14 दिन बाद तक घर में ही रहें। परिवार के लोगों से दूर रहें। मास्क का प्रयोग करें। कोई भी दवा अपनी मर्जी से न लें।

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