- कोरोना से प्रभावित खिलाड़ियों के लिए इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन ने प्लेयर रिलीफ फंड बनाया है
- इसके जरिए रैंकिंग और पिछली पुरस्कार राशि से हुई कमाई के आधार पर खिलाड़ी की मदद की जाएगी
- डोमिनिक थिएम ने कहा- मैं अपना पैसा निचली रैंकिंग वाले खिलाड़ियों के लिए नहीं दूंगा
दैनिक भास्कर
May 06, 2020, 11:21 AM IST
कोरोनावायरस से प्रभावित खिलाड़ियों की मदद के लिए एक प्लेयर रिलीफ फंड बनाया गया है। टेनिस की गवर्निंग बॉडी ने इसकी जानकारी दी। इस फंड में एसोसिएशन ऑफ टेनिस प्रोफेशनल्स(एटीपी), वुमेंन्स टेनिस एसोसिएशन(डब्ल्यूटीए), इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन और चारों ग्रैंड स्लैम के आयोजकों ने मिलकर 45 करोड़ 45 लाख( (6 मिलियन डॉलर) दिए हैं।
इस मौके पर टेनिस से जुड़े सभी संगठनों ने एक बयान जारी कर कहा कि इस फंड के जरिए उन खिलाड़ियों की मदद की जाएगी, जो कोविड-19 के प्रभाव की वजह से चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। संगठनों के मुताबिक, कोरोना की वजह से टेनिस सीजन कम से कम 13 जुलाई तक स्थगित है। एटीपी/डब्ल्यूटीए से जुड़े करीब 800 खिलाड़ियों को इस वक्त आर्थिक सहायता की जरूरत है। रैंकिंग और पिछली पुरस्कार राशि से हुई कमाई के आधार पर खिलाड़ी मदद की पात्रता हासिल करेगा।
कोई टेनिस खिलाड़ी जिंदा रहने की लड़ाई नहीं लड़ रहा: थिएम
इस फंड में खिलाड़ियों की जर्सी की नीलामी से मिली राशि, वर्चुअल टेनिस मैच से हुई कमाई भी दान की जा सकती है।
जोकोविच के रिलीफ फंड बनाने के प्रस्ताव के विरोध में थिएम
एटीपी काउंसिल के चेयरमैन होने के नाते सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने पिछले महीने ही खिलाड़ियों की मदद के लिए फंड बनाने का प्रस्ताव दिया था। ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि ईमानदारी से कहूं तो कोई भी टेनिस खिलाड़ी जिंदा रहने की लड़ाई नहीं लड़ रहा है। कोई भूखा नहीं है। इसमें निचली रैंकिंग वाले खिलाड़ी भी शामिल हैं। इनकी बजाए मैं उन संगठनों की मदद करूंगा, जिन्हें वाकई इसकी जरूरत है।
सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद पहली बार विम्बलडन रद्द हुआ
कोरोना की वजह से टेनिस कैलेंडर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार विम्बलडन रद्द करना पड़ा, जबकि फ्रेंच ओपन को सितंबर तक के लिए टाल दिया गया। वहीं, यूनाइडेट स्टेट्स टेनिस एसोसिएशन जून में यह फैसला करेगी कि इस साल न्यूयॉर्क में यूएस ओपन होगा या नहीं।