- कोरोनावायरस के कई मरीजों को एक दवा भी नहीं दी जाती और ठीक हो जाते हैं, उन्हें कुछ सावधानी बरने की सलाह दी जाती है
- एक्सपर्ट के मुताबिक, लॉकडाउन आपकी सुरक्षा के लिए लागू किया गया है इसे तनाव के रूप में न लें
दैनिक भास्कर
Apr 03, 2020, 04:56 PM IST
हेल्थ डेस्क. खांसी-जुकाम होने पर कैसे समझें कि ये कोरोनावायरस से संक्रमण का इशारा है या इम्युनिटी बढ़ाने के लिए दवा लें या खट्टे… ऐसे कई सवालों के जवाब एम्स दिल्ली के विशेषज्ञ डॉ. विजय कुमार ने ऑल इंडिया रेडियो को दिए। जानिए इनके जवाब-
#1) अगर खांसी-जुकाम होता है तो कैसे समझें कि ये कोरोना का संक्रमण है?
एक्सपर्ट : इन दिनों मौसम के अनुसार फ्लू भी चल रहा है, जिसके लक्षण कोरोना से मिलते-जुलते हैं। लेकिन घबराएं नहीं। कोरोना में सांस फूलना, बुखार आना और सूखी खांसी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे लक्षण दिखने पर डॉक्टरी सलाह लें। वह आपकी ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में पूछेंगे। उसके बाद जांच में पता चलेगा कि कोरोना का संक्रमण है या नहीं। जो भी विदेश से आ रहे हैं या आ चुके हैं वे डॉक्टर से चेकअप कराएं, ताकि सभी सुरक्षित रह सकें।
#2) रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन-सी की गोलियां लेना कितना सी है?
एक्सपर्ट : विटामिन-सी शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। इसके लिए गोलियां खाना जरूरी नहीं है, खट्टे फल, आंवला, संतरा और नींबू खा सकते हैं। इनमें भी विटामिन-सी पर्याप्त मात्रा में रहता है।
#3) कोरोना से संक्रमित मरीज की मौत होनी तय है?
एक्सपर्ट : कोरोनावायरस के अब तक 80 फीसदी मरीज ठीक हो गए हैं। कई मरीजों को एक दवा भी नहीं दी जाती और वो ठीक हो जाते हैं। सिर्फ लोगों को उनसे दूर रखा जाता है ताकि किसी दूसरे के सम्पर्क में आकर वो संक्रमण न फैलाएं।
#4) लॉकडाउन में तनाव को कैसे खत्म करें?
एक्सपर्ट : लॉकडाउन लोगों की और आपकी सुरक्षा के लिए लागू किया गया है। इसे तनाव के रूप में न लें। इस बारे में ज्यादा न सोचें, परिवार के साथ बात करें। अगर आपको ज्यादा तनाव है तो डॉक्टर से सम्पर्क करें।