- इसी साल विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम को न्यूजीलैंड ने अपने घर में 3-0 से वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप किया था
- कोहली ने कहा था- यह साल सिर्फ टी-20 और टेस्ट का, अब आशीष नेहरा बोले- वनडे में हार के बाद ऐसा बयान देना गलत
दैनिक भास्कर
May 06, 2020, 10:03 PM IST
पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से तुलना को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पंत को धोनी के रिप्लेसमेंट के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन यह युवा खिलाड़ी न्यूजीलैंड दौरे पर खिलाड़ियों को पानी पिलाते हुए नजर आया था। ऐसे में दोनों की तुलना सही नहीं है। वहीं, नेहरा ने कप्तान विराट कोहली के वनडे फॉर्मेट को तवज्जो नहीं देने की भी आलोचना की है।
नेहरा ने एक रेडियो कार्यक्रम में पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘टीम मैनेजमेंट को युवा खिलाड़ियों को समर्थन देना चाहिए। जिस तरह से न्यूजीलैंड में 5 टी-20, 3 वनडे और दो टेस्ट मैचों में ऋषभ पंत को एक भी मौका नहीं मिला यह बहुत खराब था। वह दूसरे खिलाड़ियों को पानी पिलाते दिखाई दिए। ऐसे में वह कैसे धोनी का रिप्लेसमेंट बन पाएंगे।’’
नेहरा ने कोहली की आलोचना की
पूर्व तेज गेंदबाज ने कोहली को लेकर कहा, ‘‘मैं कोहली की इस बात से सहमत नहीं हूं कि यह साल टी-20 का है। जब वनडे में जीतने पर आपका ध्यान नहीं था, तो आप खेलने के लिए ही क्यों उतरें। जीतने के बाद आप इस तरह का बयान देते हैं तो समझ में आता है। हारने के बाद इस तरह का बयान देना गलत है। इससे टीम की कोशिशों पर सवाल उठता है।’’
‘ऑस्ट्रेलिया की तुलना में अभी काफी सुधार की जरूरत’
नेहरा ने कहा, ‘‘साल 2000 के बाद इंडिया टीम की बल्लेबाजी और गेंदबाजी में सुधार हुआ है। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया की तुलना में हमें अभी काफी सुधार करने की जरूरत है। हम उनसे अभी काफी दूर हैं। ऑस्ट्रेलिया 3 वर्ल्ड कप जीत चुका है। 1996 में फाइनल पहुंच चुका है। आप से घर और उसके बाहर ज्यादा टेस्ट मैच जीता है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में इंडिया और बेहतर करेगी।’’
कप्तान के तौर पर विराट को करना होगा और काम
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘मैं कोहली की कप्तानी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा, क्योंकि मैंने उनकी कप्तानी में ज्यादा क्रिकेट नहीं खेली है। लेकिन मेरा मानना है कि विराट की कप्तानी में अभी भी सुधार का काम चालू है। कोहली को एक खिलाड़ी के तौर पर किसी पहचान की जरूरत नहीं है, क्योंकि उनका ग्राफ सब कुछ दिखा देता है। खिलाड़ी के तौर पर वे शानदार काम कर चुके हैं।’’