- पहले स्पेन के ला जोन्केरा शहर के बॉर्डर पर कार से पहुंचा था शख्स, एंट्री नहीं मिली को पहाड़ी का रास्ता चुना
- झरने में गिरा तो ठंड के कारण बेहोश हो गया, पुलिस ने शख्स के नाम का खुलासा नहीं किया
दैनिक भास्कर
Apr 08, 2020, 05:14 PM IST
पेर्पिग्नन. कोरोना से खौफ के बीच दुनियाभर के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है लेकिन इसे तोड़ने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। हालिया घटना फ्रांस की है। फ्रांस का एक व्यक्ति शनिवार को दक्षिण फ्रांस के पेर्पिग्नन शहर से स्पेन के ला जोन्केरा शहर सस्ती सिगरेट लेने के लिए पैदल जा रहा था। पहाड़ियों से गुजरते वक्त उसका पैर फिसला और झरने में गिर गया। वह अपना होश खो बैठा और बाद में पुलिस ने हेलिकॉप्टर की मदद से बचाया।
दो देशों को बांटने वाली पहाड़ी का रास्ता चुना
स्थानीय पुलिस के मुताबिक, लॉकडाउन तोड़ने वाला शख्स पहले कार से स्पेन के ला जोन्केरा शहर के बॉर्डर पर पहुंचा लेकिन उसे रोक दिया गया। इसके बाद उसने दो देशों की सीमाओं को बांटने वाले पहाड़ी रास्ते को चुना। यहां वह झाड़ियों के बीच से गुजरते हुए एक झरने में गिर गया। कुछ समय बाद पाइनेरीज इलाके की पुलिस के हाथ लगा।
ठंड के कारण होश खो बैठा, फोन तक नहीं कर सका
पुलिस का कहना है कि शख्स को इतनी ठंड लग गई थी कि वह अपने होश खो बैठा। वह किसी को फोन तक नहीं कर सका। पुलिस ने हेलिकॉप्टर की मदद से शख्स को बचाया। शख्स पर पर एंटी-कोरोनावायरस नियमों के उल्लंघन के लिए जुर्माना लगाया गया। हालांकि अब तक उसके नाम का खुलासा नहीं किया गया है। व्यक्ति जब होश में आया तो उसपर 120 यूरो यानि लगभग 11,000 रुपए का जुर्माना लगाया गया। इसके बाद पुलिस ने उसे घर पर रहने की हिदायत देकर छोड़ दिया।
फ्रांस महंगा, स्पेन सस्ता
दुनियाभर में कोरोनावायरस के कारण ज्यादातर देशों ने अपनी सीमाएं सील कर लॉकडाउन घोषित किया है। फ्रांस और स्पेन में भी लॉकडाउन है, लेकिन यहां जरूरी चीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है। बावजूद इसके फ्रांस के लोग स्पेन में सिगरेट, शराब, खाने की चीजें और ईंधन खरीदने आते हैं, क्योंकि फ्रांस के मुकाबले स्पेन में चीजें सस्ती मिलती हैं।
अब तक आठ हजार लोगों की मौत
कोरोना वायरस महामारी से फ्रांस बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यहां 16,000 से अधिक लोग वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और 8,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। लोगों को वर्कआउट, खरीदारी या काम करने के लिए यात्रा की अनुमति दी गई है। लेकिन सही दस्तावेज के बिना पकड़े गए लोगों ने कुल 50 मिलियन यूरो से अधिक जुर्माना दिया है।