- एक्सपर्ट के मुताबिक पान खाकर थूकने से भी हो सकता है वायरस का संक्रमण, बाहर न थूकें और मास्क का प्रयोग करें
- आंखों के जरिए संक्रमण के मामले नहीं लेकिन संक्रमित हाथ से आंखों को न छुएं वायरस पहुंच सकता है
दैनिक भास्कर
Apr 09, 2020, 10:15 PM IST
नई दिल्ली. कोरोनावायरस से संक्रमण के इलाज में मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन कैसे काम करती है….क्या डकार लेने से कोरोनावायरस से संक्रमण का खतरा है, ऐसे कई सवालों के जवाब ऑल इंडिया रेडिया ने जारी किए हैं। काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च के विशेषज्ञ डॉ सीएच मोहन राव और माइंड स्पेशलिस्ट के डायरेक्टर डॉ. अवधेश शर्मा ने कोरोनावायरस से जुड़े सवालों के जवाब दिए…
सवाल : अगर कोई डकार लेता है तो कोरोना से संक्रमण का कितना खतरा है?
डॉ. अवधेश शर्मा : अगर कोई मुंह बंद करके डकार लेता है तो कोरोना से संक्रमण का खतरा नहीं है लेकिन जोर से डकार लेने पर उसकी लार की बूंदें (ड्रॉपलेट्स) बाहर आती हैं तो संक्रमण का खतरा है। इसलिए आप हमेशा मास्क लगाकर निकलें और किसी से भी मिले तो दूरी बनाकर रखें।
भारत में कोरोनावायरस सिंगल म्यूटेशन में है, इसका क्या मतलब है?
डॉ. सीएच मोहन राव: इसका मतलब है कोरोनावायरस अपना रूप नहीं बदल पा रहा है। अगर ये सिंगल म्यूटेशन में रहेगा तो जल्दी खत्म होने की सम्भावना है। लेकिन अगर वायरस का म्यूटेशन बदलता है तो खतरा बढ़ेगा और वैक्सीन खोजने में भी परेशानी होगी। किसी स्थान या वहां के वातावरण या अन्य कारणों से कोशिका, डीएनए और आरएनए में होने वाले बदलाव को म्यूटेशन कहते हैं।
सवाल : मलेरिया में काम आने वाली हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन कोरोना से संक्रमण में कैसे काम करती है?
डॉ सीएच मोहन राव: इस दवा का कोरोना के मरीजों पर सकारात्मक असर हो रहा है लेकिन यह संक्रमित मरीजों में कैसे काम कर रही है, यह अब पता नहीं चल पाया है। कोरोना से लड़ने में सिर्फ हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा अकेले काम नहीं कर रही है। कोरोना के मरीजों इसके साथ दूसरे एंट्रीवायरस ड्रग्स और एंटीबायोटिक एरिथ्रोमायसिन भी दिया जा रहा है।

सवाल : संक्रमण से बचने के लिए खानपान कैसा होना चाहिए?
डॉ. सीएच मोहन राव: सामान्य खानपान ही लें। डाइट में विटामिन-सी वाली चीजें जैसे नींबू और संतरा जरूर लें। इसके अलावा विटामिन-डी भी लें, यह दूध में अधिक मिलता है, कोशिश करें फल खानपान में शामिल हो।
सवाल: आंख से संक्रमण का खतरा कितना है?
डॉ. सीएच मोहन राव: आंख से कोरोनावायरस के संक्रमण का खतरा कम है लेकिन अगर आप संक्रमित हाथ से आंखों को छूते हैं तो इंफेक्ट हो सकते हैं। अगर आंख नहीं छूते हैं तो खतरा नहीं है। फिलहाल अब तक ऐसा कोई मामला भी सामने नहीं आया है।
मास्क का प्रयोग करके फेंक दें या दोबारा प्रयोग कर सकते हैं?
डॉ. सीएच मोहन राव: मास्क को एक बार प्रयोग करके फेंक देना चाहिए। अगर घर का बना मास्क है तो उसे साफ करके दोबारा प्रयोग कर सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि घर में दो-चार मास्क रखें। उसे प्रयोग करके साबुन के पानी से अच्छी तरह धोएं और सुरक्षित जगह रखें।

सवाल : क्या बच्चों को लगाया जाने वाला बीसीजी का टीका संक्रमण रोकने में मददगार साबित हो रहा है?
डॉ. सीएच मोहन राव: बीसीजी के टीके का इस्तेमाल भारत पहले से कर रहा है चीन में भी इसका प्रयोग हुआ है। दूसरे देशों की तुलना में भारत में कोरोना के मामले कम हैं इससे यह तो कहा जा सकता है कि इसके कुछ फायदे तो हैं। यह सब इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर निर्भर है लेकिन ये वायरस नया है इसलिए इसके बारे में बहुत कुछ पुख्तातौर पर नहीं कहा जा सकता।
सवाल : क्या पान खाकर थूकने से भी कोरोनावायरस हो सकता है?
डॉ. सीएच मोहन राव: जी हां, पान खाकर या किसी भी तरह से बाहर न थूकें। इस दौरान लार यानी ड्रॉप्लेट्स बाहर आते हैं। यह किसी को भी संक्रमित कर सकता है। इसलिए पान खाकर न थूकें और बाहर जाते हैं तो मास्क का प्रयोग करें। घर आकर हाथ जरूर धोएं।