- युवराज ने भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि खिलाड़ियों के पास बात करने और सलाह लेने के लिए कोई नहीं
- युवराज सिंह ने कहा- किंग्स इलेवन पंजाब के साथ मुझे मजा नहीं आया, मैं इस टीम से भागना चाहता था
दैनिक भास्कर
May 12, 2020, 11:26 PM IST
टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने भारतीय टीम के मौजूदा बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ की टी-20 फॉर्मेट में खिलाड़ियों के मार्गदर्शन की क्षमता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान यह बात कही।
युवराज ने कहा- राठौड़ मेरा दोस्त है। लेकिन क्या आपको लगता है कि वह मौजूदा दौर में टी-20 खेलने वाले खिलाड़ियों की मदद कर सकता है। उसने उस स्तर पर कभी क्रिकेट खेली ही नहीं।
राठौड़ ने भारत के लिये 1996 से 1997 के बीच 6 टेस्ट और सात वनडे खेले हैं। उन्हें पिछले साल संजय बांगर की जगह टीम इंडिया का बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया गया था।
हर खिलाड़ी से अलग तरीके से पेश आना होता है: युवराज
इस पूर्व ऑलराउंडर ने आगे कहा कि अलग-अलग खिलाड़ियों के साथ अलग तरीके से पेश आना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर मैं भारतीय टीम का कोच होता तो जसप्रीत बुमराह को रात 9 बजे गुडनाइट बोल देता, जबकि हार्दिक पंड्या को रात 10 बजे ड्रिंक्स के लिए बाहर ले जाता। आपको हर खिलाड़ी के साथ अलग-अलग तरीके से पेश आना पड़ता है।
‘टीम इंडिया में खिलाड़ियों से बात करने वाला नहीं’
पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले युवराज ने भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि टीम के मौजूदा खिलाड़ियों के पास बात करने और सलाह लेने के लिए कोई नहीं है। यह पूछने पर कि क्या यह काम शास्त्री का नहीं है, तो उन्होंने कहा कि पता नहीं रवि यह कर रहा है या नहीं। हो सकता है उनके पास दूसरे भी काम हों।
‘कोचिंग स्टाफ को खिलाड़ियों की क्षमता का पता होना चाहिए’
उन्होंने कहा कि आप हर खिलाड़ी को यह नहीं सकते है कि मैदान पर जाओ और खुलकर खेलो। यह तरीका सहवाग जैसे खिलाड़ी के साथ काम कर सकता है। लेकिन पुजारा के साथ शायद काम न करे। ऐसे में कोचिंग स्टाफ को इस बारे में पता होना चाहिए।
पंजाब टीम का मैनेजमेंट मुझे पसंद नहीं करता था: युवराज
इस पूर्व ऑलराउंडर ने आईपीएल का अपना अनुभव भी साझा किया। युवराज ने कहा कि किंग्स इलेवन पंजाब के साथ मुझे मजा नहीं आया। मैं इस टीम से भागना चाहता था। मैनेजमेंट मुझे पसंद नहीं करती थी। मैंने उन्हें जो भी कहा, वह कभी उन्होंने नहीं किया। मैंने जैसे ही टीम को छोड़ा, फ्रेंचाइजी ने उन सभी खिलाड़ियों को खरीद लिया, जिन्हें पहले मैं खरीदने के लिए कहता था।