- दानिश कनेरिया ने पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी को लेकर कहा- धर्म की वजह से ही कोई हमेशा आपके खिलाफ हो सकता है
- कनेरिया ने इंजमाम उल हक की कप्तानी में सबसे ज्यादा क्रिकेट खेली, उन्होंने कहा- इंजमाम ने मुझे काफी सपोर्ट किया
- 2009 में काउंटी क्रिकेट खेलने के दौरान कनेरिया स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए थे, तब से ही वे टीम से बाहर हैं
दैनिक भास्कर
May 16, 2020, 06:07 PM IST
पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज दानिश कनेरिया ने शनिवार को पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मेरे साथ अफरीदी का बर्ताव कभी अच्छा नहीं रहा। वे शुरू से ही मेरे खिलाफ थे। उन्होंने जानबूझकर मुझे वनडे टीम में ज्यादा मौके नहीं दिए। इसलिए मेरा करियर बर्बाद हो गया।
कनेरिया ने न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। कनेरिया ने कहा कि कप्तान रहते अफरीदी ने मुझे वनडे टीम में बहुत कम मौके दिए। इसकी वजह से 2000 से लेकर 2010 के बीच में मैंने सिर्फ 18 वनडे ही खेले।
घरेलू क्रिकेट में भी अफरीदी ने मेरे साथ भेदभाव किया: कनेरिया
39 साल के इस गेंदबाज ने कहा कि अफरीदी हमेशा से मेरे खिलाफ थे। जब हम घरेलू क्रिकेट में एक डिपार्टमेंट की तरफ से खेले या पाकिस्तान की वनडे टीम में। उनका बर्ताव बुरा ही रहता था। आप समझ सकते हैं कि अगर कोई शख्स हमेशा आपके खिलाफ हो, तो इसके पीछे धर्म के अलावा कोई दूसरा कारण आपको नजर नहीं आता है।
शोएब ने भी टीम पर कनेरिया से पक्षपात का आरोप लगाया था
दानिश ने पिछले साल शोएब अख्तर के उस दावे का भी समर्थन किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि हिंदू होने की वजह से ही कनेरिया के खिलाफ भेदभाव किया जाता था।
‘अफरीदी ने कप्तान रहते वनडे टीम में मुझे कम मौके दिए’
इस गेंजबाज ने कहा कि मैं 18 वनडे से ज्यादा खेल सकता था, लेकिन अफरीदी की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। अफरीदी जब घरेलू क्रिकेट में भी कप्तान थे, तब भी मुझे ज्यादा मौके नहीं मिले और वनडे में भी उन्होंने बिना किसी वजह के ऐसा किया। हालांकि, उसके बाद भी भगवान का शुक्रिया अदा करूंगा कि मुझे पाकिस्तान के लिए काफी क्रिकेट खेलने का मौका मिला और मुझे उस पर गर्व है।
2009 में स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए थे
कनेरिया 2009 में एसेक्स की तरफ से काउंटी क्रिकेट खेलने के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए थे। वे तब से ही टीम में वापसी के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से गुहार लगा रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा- मैं सिर्फ पीसीबी से मदद चाहता हूं। अगर बोर्ड मोहम्मद आमिर, सलमान बट को मौका दे सकता है, तो मुझे क्यों नहीं। मैंने भी गलती की थी, लेकिन दूसरों ने भी तो यही किया था। लेकिन मुझे टॉयलट पेपर की तरह इस्तेमाल करके फेंक दिया गया।
इंजमाम उल हक सबसे अच्छे कप्तान: कनेरिया
कनेरिया ने इंजमाम उल हक की कप्तानी में सबसे ज्यादा क्रिकेट खेली है। उन्होंने कहा कि इंजमाम ने मुझे काफी सपोर्ट किया। मैंने मोइन खान और राशिद लतीफ की कप्तानी में भी खेला। ये भी मुझे पसंद करते थे। लेकिन मैंने अफरीदी की कप्तानी में बहुत कम खेला।
कनेरिया ने 61 टेस्ट और 18 वनडे खेले
कनेरिया पाकिस्तान की तरफ से खेलने वाले दूसरे हिंदू क्रिकेटर थे। इससे पहले उनके एक रिश्तेदार अनिल दलपल पाकिस्तान के लिए खेले थे। कनेरिया ने 61 टेस्ट में 34.79 की औसत से 261 विकेट लिए थे।