- एक्सपर्ट के मुताबिक, ध्यान रखें कि घर का बना मास्क कॉटन का होना चाहिए और कपड़े की तीन पर्त मोड़कर बनाया गया हो
- आर्थराइटिस की दवा लेने पर इम्युनिटी थोड़ी कम हो जाती है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, खानपान का ध्यान रखते हुए सावधानी बरतें
दैनिक भास्कर
Apr 22, 2020, 12:38 PM IST
नई दिल्ली. ऐसे लोग जो कोरोना से संक्रमित हैं लेकिन उनमे लक्षण नहीं दिख रहे है, उनसे दूसरों में संक्रमण फैलने की सम्भावना अधिक है। सर गंगाराम हॉस्पिटल, नई दिल्ली की विशेषज्ञ डॉ. माला श्रीवास्तव के मुताबिक, ऐसे लोग दूसरों को संक्रमित कर रहे हैं। कोरोनावायरस से बचने के लिए मास्क भी समय-समय पर बदलते रहें और आर्थराइटिस के रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। कोरोना संक्रमण से जुड़े कई सवालों के जवाब डॉ. माला श्रीवास्तव ने ऑल इंडियो रेडियो के एक कार्यक्रम में दिए, जानिए उनके बारे में…
#1) एक मास्क कितनी देर तक लगाना कारगर है?
जो लोग सर्जिकल मास्क लगाते हैं वे 6 से 8 घंटे तक इसे लगा सकते हैं। इसके बाद बदलना होता है। जो एन-95 मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं वो इसे 24 घंटे पहन सकते हैं। इसके अलावा जो घर का बना मास्क पहन रहे हैं वो धोकर दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रखें जो घर का बना मास्क है वो कॉटन का हो और उसकी तीन लेयर होनी चाहिए।
#2) कोरोनावायरस के कुछ मामलों में लक्षण नहीं दिखे, क्या यह गंभीर स्थिति है?
ऐसे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने के कारण संक्रमण तो होता है लेकिन लक्षण नहीं दिखते। भले ही इन्हें परेशानी न हो लेकिन इनसे संक्रमण फैलने की पूरी सम्भावना रहती है। ऐसे लोग संक्रमित होने के बाद सोचते हैं ठीक है और घूमते रहते हैं। इस दौरान ये दूसरों को भी संक्रमित कर देते हैं। यही कारण है कि नए मामले सामने आने पर मरीज के परिजनों के साथ आसपास के लोगों की भी जांच की जा रही है।
#3) अगर किसी में संक्रमण के लक्षण नहीं हैं तो उससे कैसे बचें?
इनदिनों कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें लक्षण भी नहीं है और ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं है। ऐसे में लोगों से दूरी बनाना ही उपाय है। एक साथ खड़े न हों, कभी इकट्ठा न हों, मास्क लगाएं और हाथ धोते रहें।
#4) संक्रमण से बचने के लिए आंखों को कैसे ढ़के इससे कितना खतरा है?
मुंह और नाक को मास्क से ढककर रखें। आंखों पर चश्मा लगा सकते हैं। अगर कोई स्वास्थ्य कर्मचारी है और संक्रमित मरीज की देखभाल करनी है तो उन्हें फेस शील्ड, चश्मा और आईकवर दिया जाता है। वैसे संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिसटेंसिंग और मास्क काफी है। चूंकि डॉक्टर मरीजों को पास से देखते हैं इसलिए उन्हें आंख को कवर करना जरूरी है।
#5) जिन लोगों को आर्थराइटिस है वे क्या सावधानी बरतें?
आर्थराइटिस में जो दवा दी जाती है उससे इम्युनिटी थोड़ी कम हो जाती है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए इस दौरान खानपान का विशेष ध्यान रखें। सभी जरूरी सावधानी बरतें।
#6) कोरोना की वैक्सीन बनने में कितना वक्त लग सकता है?
इस समय भारत समेत पूरी दुनिया में शोध और तमाम कार्य चल रहे हैं। अभी ये लेबोरेट्री और रिसर्च लेवल पर है। वैक्सीन बनने और लोगों तक पहुंचने में 6-7 महीने लग जाएंगे।