- वेस्टइंडीज को जून में इंग्लैंड दौरा करना था, अब यह टल गया है
- ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड 80 प्रतिशत कर्मचारियों को 30 जून तक 20 फीसदी सैलरी देगा, कोचिंग स्टाफ की तनख्वाह में 25% कटौती
दैनिक भास्कर
May 16, 2020, 10:10 PM IST
खेल डेस्क. ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बाद अब वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड भी कर्मचारियों की सैलरी और खर्चों में कटौती कर सकता है। क्रिकेट वेस्टइंडीज (सीडब्ल्यूआई) के चीफ रिकी स्केरिट ने कहा- आर्थिक संकट से जूझ रहे हमारे क्रिकेट बोर्ड को महामारी ने आईसीयू में डाल दिया है।
‘गार्डियन मीडिया स्पोर्ट्स’ को दिए इंटरव्यू में स्केरिट ने कहा, “मौजूदा संकट से उबरने के लिए हमें लागत और खर्चों में कटौती करनी होगी। इसकी शुरुआत कर्मचारियों की वेतन कटौती से हो सकती है। यह ऐसा ही है कि आप डॉक्टर के पास इलाज के लिए गए। वह दवा देने की वाला था कि आपको दिल का दौरा पड़ गया।”
27 मई को मीटिंग
बोर्ड प्रमुख ने कहा कि पिछले साल दिसंबर में अकाउंटिंग और फाइनेंशियल मैनेजमेंट फर्म पीकेएफ की 63 पन्नों की समीक्षा रिपोर्ट आने के बाद एक कमेटी का गठन किया गया था। इस कमेटी को आने वाले अंतरराष्ट्रीय दौरे और सीरीज रद्द या रीशिड्यूल होने के आर्थिक प्रभावों का आकलन करना था। 27 मई को होने वाली बोर्ड की तिमाही बैठक में इसकी रिपोर्ट पेश होनी है।
अब कॉस्ट कटिंग का वक्त
इस कमेटी को कोविड-19 महामारी की वजह से पैदा हुए आपात हालात से निपटने के उपाय सुझाने थे। बोर्ड प्रमुख ने कहा कि अभी तक हम सिर्फ लागत बचाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन अब इसमें कटौती का समय आ गया है। हमारे पास सौ से ज्यादा प्रोफेशनल क्रिकेटर हैं। बोर्ड को इन्हें पैसा देना होता है। ये बड़ा खर्च है।
दौरे अब मुश्किल
वेस्टइंडीज को जून में इंग्लैंड दौरा करना था। ये टल गया है। जुलाई-अगस्त में दक्षिण अफ्रीका को वेस्टइंडीज आना था। इस दौरे पर पांच टी-20 और 2 टेस्ट खेले जाने थे। अब यह भी मुश्किल दिख रहा है। न्यूजीलैंड को भी तीन वनडे और इतने ही टी-20 खेलने के लिए जुलाई में यहां आना था। यह दौरा भी मुमकिन नहीं दिखता।
अफगानिस्तान में सैलरी कट
ऑस्ट्रेलिया ने भी कर्मचारियों की सैलरी में कटौती कर दी थी। ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड 80 प्रतिशत कर्मचारियों को 30 जून तक 20 प्रतिशत वेतन ही देगा। यह स्थिति अगस्त में भी तक रह सकती है। इधऱ, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी चार दिन पहले अपने कोचिंग स्टाफ के वेतन में 25 प्रतिशत कटौती करने का फैसला किया है। बोर्ड के मुताबिक, जून में जिम्बाब्वे का अफगानिस्तान दौरा नहीं होगा तो वेतन में 50 प्रतिशत कटौती करनी पड़ सकती है। फिलहाल, कॉन्ट्रैक्ट खिलाड़ियों को 3 महीने का वेतन दिया गया है।
बीसीसीआई का रुख
इस बीच, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपने खिलाड़ियों की सैलरी में कटौती नहीं करने का फैसला किया है। एक दिन पहले ही बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा था कि हम वित्तीय संकट पर हम काबू पा लेंगे। लेकिन, यह बात भी सही है कि आईपीएल रद्द होने पर हमें बड़ा नुकसान हो सकता है। जब भी इस तरह की कोई परिस्थिति बनती है, तो हम इस बारे में (वेतन कटौती) सोचने लगते हैं, लेकिन यह आखिरी रास्ता होता है।
आईपीएल रद्द होने से बोर्ड को 4 हजार करोड़ का नुकसान होगा
कोरोनावायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। अगर इसे रद्द किया जाता है तो बोर्ड को करीब 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा।