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सोशल डिस्टेंसिंग के मायने समझाने के लिए त्रिपुरा के शख्स ने बनाई ई-बाइक, इसमें दो सीटों के बीच है एक मीटर की दूरी

  • पार्थ का दावा, बाइक में 750 वाट की मोटर लगाकर 48 वोल्ट की बैट्री से जोड़ा, एक बार चार्ज करने पर 80 किमी चलेगी

दैनिक भास्कर

Apr 27, 2020, 05:30 PM IST

अगरतला. लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के मायने समझाने के लिए त्रिपुरा के एक शख्स ने एक ई-बाइक डिजाइन की है। बाइक में दो सीटों के बीच की दूरी 1 मीटर है। इस ई-बाइक को अगरतला के नजदीक एक गांव में रहने वाले पार्थ साहा ने बनाया है। पार्थ एक यूट्यूबर हैं और उनका कहना है कि कोरोना महामारी के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का दायरा बरकरार रखना बेहद जरूरी है। कई लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे थे जिसके बाद बाइक के माध्यम से लोगों को संदेश देने का विचार किया। 

बाइक को बाजार में उतारना लक्ष्य नहीं
पार्थ का कहना है कि लॉकडाउन हटने के बाद अपनी बेटी को स्कूल से लाने और ले जाने के इसी बाइक का इस्तेमाल करूंगा। यह लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ भी पढ़ाएगी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पार्थ का लक्ष्य इसे बाजार में उतारना या कॉमर्शियल प्रोडक्ट में तब्दील करना नहीं है।

इसके बनाने के लिए पेट्रोल से चलने वाली बाइक को मोडिफाई किया किया।

बाइका का नाम रखा कोविड-19
पार्थ के मुताबिक, बाइक का नाम कोविड-19 रखा है। इसके बनाने के लिए पेट्रोल से चलने वाली बाइक को मोडिफाई किया। इसे एक बड़े फ्रेम में बदला। सबसे आगे बाइक की सीट लगाई ओर पीछे की सीट के बीच एक मीटर का दायरा रखा। इसमें 750 वाट की मोटर लगाई जिसे 48 वोल्ट की बैट्री से जोड़ा। इसे एक बार चार्ज करने में 80 किमी तक चला जा सकता है।

यू-ट्यूब से हर माह 50 हजार रुपए की कमाई
पार्थ अपना एक यू-ट्यूब चैनल भी चलाते हैं जिसमें 3 लाख सब्सक्राइबर हैं। उनका दावा है कि वह हर माह इससे 50 हजार रुपए महीने कमाते हैं लेकिन इस ई-बाइक का वीडियो अपने चैनल पर अब तक नहीं पोस्ट किया है। किसी शख्स ने सोशल मीडिया पर बाइक का वीडियो पोस्ट किया है। इसके बाद मुझे लोगों के मैसेज आ रहे हैं। यह आइडिया लोगों को पसंद आ रहा है। 

बाइक को सड़क पर चलाने की अनुमति नहीं दी गई है।

सुरक्षा के लिए बाइक की जांच बाकी
त्रिपुरा के प्रमुख सचिव लहलिया डार्लोंग का कहना है कि ई-बाइक सुरक्षा के मानकों पर कितना खरा उतरती है, अभी इसका टेस्ट नहीं किया गया है। इसे सड़क पर चलाने की फिलहाल अनुमति नहीं दी गई है। सरकार की ओर से ऐसी कई एजेंसी बनाई गई हैं जो वाहनों की जांच करती हैं, वहां से अप्रूवल मिलने के बाद भी इसे अनुमति मिलेगी।

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